मुंबई (रफ़्तार न्यूज़ ब्यूरो) : ‘प्यासा’(Pyaasa), ‘गुमराह’ (Gumrah), ‘गीत’ (Geet) जैसी फिल्मों से 70 के दशक में धूम मचा देने वाली माला सिन्हा गजब की खूबसूरत थीं. रीजनल सिनेमा से करियर शुरू करने वाली माला ने हिंदी के अलावा बंगाली और नेपाली फिल्मों में भी काम किया है. माला सिर्फ अच्छी एक्ट्रेस ही नहीं बल्कि बल्कि एक शानदार सिंगर भी थीं. करीब 40 साल तक हिंदी सिनेजगत में अपना जलवा दिखाने वाली माला सिन्हा का नाम भी उन एक्ट्रेस में शामिल हैं जो गुमनामी में जी रही हैं. माला सिन्हा के जीवन से जुड़ा एक ऐसा सच है जिसे सुन आप हैरान रह जाएंगे.
मायानगरी में अपना करियर बनाने पहुंची माला सिन्हा की मुलाकात गुरुदत्त से हो गई थी. उनकी खूबसूरती से प्रभावित होकर गुरुदत्त ने माला को अपनी फिल्म ‘प्यासा’ में ले लिया. 1957 में बनी इस फिल्म के निर्माता और निर्देशक गुरुदत्त ही थे. ‘प्यासा’ को बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त सफलता मिली और रातों-रात माला सिन्हा स्टार बन गईं. इसके बाद तो उनके पास फिल्मों की लाइन लग गई. जब करियर की बुलंदियों पर माला सिन्हा थीं तो मुंबई मीडिया की खबरों के मुताबिक जब आईटी टीम ने माला सिन्हा के बाथरुम की दीवार को तोड़ा तो 12 लाख कैश बरामद हुए थे. 70 के दशक में 12 लाख बहुत बड़ी रकम हुआ करती थी. इस पैसे को सीज होने से बचाने के लिए माला सिन्हा ने कोर्ट में हैरान करने वाला बयान दे दिया. माला सिन्हा की बात सुनकर लोग सन्न रह गए थे. माला सिन्हा ने लिख कर दिया कि उन्होंने ये रकम वेश्यावृत्ति से कमाई है.
कहते हैं कि माला सिन्हा ने अपने पिता के दबाव में आकर ऐसा बयान दिया,क्योंकि वह रुपयों को जब्त होने से बचाना चाहते थे. कुछ लाख रुपयों को बचाने की खातिर माला ने अपनी इमेज की भी परवाह नहीं की. उन्हें ऐसा बयान देने के लिए उनके वकील ने सलाह दी थी. रुपए भले ही जब्त होने से बच गए लेकिन माला के लिए लोगों की नजरों में इज्जत खत्म हो गई.