छिंदवाड़ा(भगवानदीन साहू) साधकों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर राजस्व अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की। ज्ञापन में बताया कि संस्कृत पुस्तोकौन्नति सभा द्वारा संचालित संत श्री आशाराम जी गौशाला प्रदेश की एक आदर्श गौशाला है। IAS प्रशिक्षु यहाँ ट्रेनिंग लेने आते हैं। यहाँ क़त्लखाने से बचाई गयी लगभग 450 गाय जो पुलिस अभिरक्षा की है , इनकी मृत्युदर में कमी पूरे प्रदेश चर्चा का विषय है । यह गौशाला जिले सहित अन्य जिलों के कृषकों और पशुपालकों एवं हजारों लोगो के आस्था का केन्द्र है । कुछ दिन पूर्व कुछ भूमाफिया द्वारा गौशाला के आसपास कुछ जमीन क्रय की। उक्त जमीन पर उन्हें प्लॉटिंग करना है | जमीन पर आने-जाने के लिए नगर निगम द्वारा पक्की सड़क बनाई गयी है । उसी सड़क पर जामुनझिरी ग्राम के लोग रोजाना आवागमन करते हैं । पर भूमाफिया के इशारे पर राजस्व विभाग की साठ-गांठ से ग्राम के एक-दो लोग गौशाला के अंदर से आम रास्ता की मांग कर रहें हैं। कोरोनाकाल के नियमों को ताक पर रखकर राजस्व अधिकारियों की पूरी टीम गौशाला परिसर में आयी और गैर कानूनी तरीके से 02 / अ – 13 / 2020-21 प्रकरण दर्ज कर एक पक्षीय आदेश जारी कर देहात पुलिस को सूचित कर दिया गया । गौशाला प्रबंधक ने राजस्व अधिकारियों की एवं भूमाफियाओं की दादागिरी से परेशान होकर दिनाँक 28/06/2021 को जिला कलेक्टर के न्यायालय में पुर्ननिरीक्षण याचिका दर्ज की । कलेक्टर द्वारा दोनों पक्षों को सुनकर दिनाँक 05/07/2021 को गौशाला प्रबंधक को स्टे प्रदान किया गया । जिला कलेक्टर के आदेश की राजस्व अधिकारियों द्वारा जानबुझकर अवहेलना कर गौशाला प्रबंधक पर अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है । इस प्रकरण का सबसे दुखद या हास्याप्रद पहलु यह है कि राजस्व विभाग द्वारा नोटिस संत श्री आशारामजी गुरूकुल के नाम से जारी किया गया, जो कि परासिया रोड पर स्थित है और कार्यवाही गौशाला जामुनझिरी में की गयी । यह सब अधिकारियों के आपराधिक प्रकरण का विषय है । इस पर उचित कार्यवाही करने की मांग कर सरकारी रास्ते के फोटोग्राफ्स और जिला कलेक्टर के आदेश की प्रति संलग्न की प्रति उपलब्ध कराई।
