रफतार न्यूज डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले 48 घंटों में अपनी कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने वाले दिनों में कुछ और मंत्रियों को शामिल करके केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार करने की उम्मीद है।
सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल, मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला विस्तार होगा, पांच राज्यों, जहां कि चुनाव होने हैं, के मंत्रियों को शामिल करने और 2024 के आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए देखने की संभावना है। जिन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा है उनमें मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाने में अहम रोल निभाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया। उनके अलावा जबलपुर से भाजपा सांसद राकेश सिंह का भी नाम है।
हाल ही में अपने भतीजे के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले लोजपा से सांसद पशुपति कुमार पारस और लोजपा के आरसीपी सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता है। अपना दल की अनुप्रिया पटेल, बीजेपी के वरुण गांधी, रामशंकर कठेरिया, अनिल जैन, रीता बहुगुणा जोशी, जफर इस्लाम को भी मंत्री बनाए जाने के इलावा हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले तीरथ सिंह रावत, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम नारायण राणे को भी मौका दिया जा सकता है।
इनके इलावा बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी, भाजपा सांसद जामयांग नामग्याल, उत्तराखंड से अजय भट्ट या अनिल बलूनी, कर्नाटक से प्रताप सिन्हा, पश्चिम बंगाल से जगन्नाथ सरकार, शांतनु ठाकुर या निसिथ प्रामाणिक, हरियाणा से बृजेंद्र सिंह, राजस्थान से राहुल कासवान, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव, दिल्ली से परवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी का नाम भी शामिल हो सकता है वहीं भाजपा सांसद हिना गावित, भूपेंद्र यादव, पूनम महाजन और प्रीतम मुंडे के नाम को लेकर भी चर्चा गर्म है। पाठकों को बता दें कि मोदी कैबिनेट में अभी 28 मंत्री पद खाली हैं।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल से थावरचंद गहलोत या फिर फग्गन सिंह कुलस्ते को हटाया जा सकता है।