छिन्दवाड़ा( भगवानदीन साहू)- संस्कृत पुस्तौकौन्नति सभा द्वारा संचालित संत श्री आशारामजी आश्रम खजरी में आज माघी पुर्णिमा महोत्सव हर्षोउल्लास से मनाया गया । जिसमें सैकड़ो साधकों ने कोविड -19 की गाइडलाईन का पूर्ण रूप से पालन कर पुण्य लाभ अर्जित किया । इस अवसर पर साध्वी रेखा बहन का सत्संग कार्यक्रम सम्पन्न हुआ । साध्वी रेखा बहन ने बताया कि – आज माघ मास की पुर्णिमा है। हमारे वेद पुराणों ने इसका भारी महत्व बताया हैं , आज के दिन किया गया जप , ध्यान , पुजन पाठ , दान कई गुणा फलदायी होता है। सैकड़ों साधक प्रतिमाह बिना बुलाये , बिना सूचना के पुर्णिमा दर्शन हेतु आश्रम आते हैं । पुज्य बापूजी जब जोधपुर जेल मंदिर नहीं गये थे तब लाखों की संख्या में साधक भक्त देश – विदेश से दर्शन करने देश के कोने कोने में जाते रहें हैं । इन साधकों का नियम होता था कि जब तक पूज्य बापूजी के दर्शन नहीं होते तब तक जल , अन्न ग्रहण नहीं करते थे । अब दर्शन नहीं होने के कारण साधक भाई – बहन देश में स्थित नजदीकी आश्रमों में जाकर नियम पूरा करते हैं । अपने जिले से भी सैकडों साधक पुनम दर्शन हेतु जाते रहें हैं । सत्संग आयोजन नहीं होने के कारण आम लोग एवं श्रृध्दालु भक्त अध्यात्मिक लाभ से वंचित हैं । पुज्य बापूजी के सत्संग में लगभग 4-5 लाख लोग उपस्थित होना स्वाभाविक हैं । देश के कोने – कोने से साधक भक्त आते रहते हैं। सत्संग नहीं होने के कारण रेल , बस , ऑटो , टेंट , भोजन , होटल ऐसे कई लोगों का व्यवसाय भी चौपट हो गया । जिसका सीधा असर देश की विकास दर पर पड़ा है। जिस देश में संतो पर अत्याचार होते हैं , तो प्रकृति अपना रौद्र रूप दिखाती ही है। उदाहरण आप लोगों के समक्ष हैं । पूरा विश्व कोरोना माहमारी से ग्रसित है , जिसमें लाखों लोग काल का ग्रास बन गयें हैं।