छिन्दवाड़ा(भगवानदीन साहू)- संस्कृत पुस्तौकोन्नति सभा द्वारा संचालित संत श्री आशारामजी आश्रम एवं श्री योगवेदांत सेवा समिति के तत्वाधान में जगह – जगह मातृ – पितृ पूजन दिवस का आयोजन सम्पन्न करवाया जा रहा है। समिति के अध्यक्ष मदन मोहन परसाई ने बताया कि देश में कार्यरत लगभग 2200 समितियों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की गयी है। शासन तथा प्रशासन का सहयोग लिया जा रहा है। जिसमें कोविड -19 की गाइडलाइन पूर्ण रूप से पालन किया जा रहा है। कार्यकम में अनावश्यक भीड़ न हो इस कारण यह आयोजन एक माह पूर्व ही प्रारंभ हो चुकें हैं । देश के 650 जिला केन्द्रों के प्रत्येक गाँव , शहर में आयोजन हो , ऐसी व्यवस्था की गयी है। मुख्य आयोजन 14 फरवरी को सम्पन्न होगा । युवाओं में , विद्यार्थियों में अच्छे संस्कारों का सिंचन ऐसे आयोजनों से ही होता है। मुख्य कार्यक्रम हेतु जिले के गणमान्य नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जा रहा है। साध्वी रेखा बहन एवं साध्वी प्रतिमा बहन के सत्संग आयोजन अनवरत जारी हैं । जिले में अभी तक लगभग 2,90,000 ( दो लाख नब्बे हजार ) से अधिक माता – पिता पूजे जा चूकें हैं , तथा देश में यह संख्या करोड़ों में हैं । वास्तविक संख्या 14 फरवरी को ज्ञात होगी । इस दैवीय कार्य में शक्ति ट्रस्ट द्वारा संचालित संत श्री आशारामजी गुरूकुल का सहयोग सराहनीय है। क्योंकि वर्ष 2006 में मातृ – पितृ पूजन दिवस की शुरूआत इसी गुरूकुल से हुई थी। जो अब विश्व के 167 देशों का पर्व बन गया । इस दैवीय कार्य में खजरी आश्रम के संचालक जयराम भाई , समिति के अध्यक्ष मदन मोहन परसाई , महिला उत्थान आश्रम की संचालिका साध्वी नीलू बहन , गुरूकुल की संचालिका दर्शना खट्टर , युवा सेवा संघ अध्यक्ष दीपक डोईफोडे , शंभुदयाल साहू , सुधाकर ठाकरे , शिवराम ठाकरे , राजकुमार चौरे , डॉ . राम ठाकरे , सुमन डोईफोडे , डॉ . मीरा पराड़कर , छाया सूर्यवंशी , करूणेश पाल , संकुतला कराड़े , वनिता सनोड़िया , योगिता पराड़कर और शारदा भोजवानी अपनी निरन्तर सेवा दे रहीं हैं ।
