चमोली(रफ़्तार न्यूज़ ब्यूरो): उत्तराखंड के चमोली में बड़ा हादसा हुआ है और चमोली नंदा देवी नेशनल पार्क के अंतर्गत कोर जोन में स्थित ग्लेशियर टूटने की वजह से रैणी गांव के पास ऋषि गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूट गया है. हादसे में इस प्रोजेक्ट में काम कर रहे कई मजदूरों के अलावा घरों के बहने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि प्रशासन की ओर से आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी गई है.उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट कर लोगों से अफवाहों से बचने की सलाह दी है. उन्होंने कहा, 'चमोली जिले से एक आपदा का समाचार मिला है. जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने की आदेश दे दिए हैं. किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दें. सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है.' दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूं- मेरी सभी से विनती है कि कृपया कोई भी पुराने वीडियो शेयर कर अफवाह ना फैलाएं. स्थिति से निपटने के सभी जरूरी कदम उठा लिए गए हैं. आप सभी धैर्य बनाए रखें.'SDRF की टीम मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. इसके साथ ही ITBP के जवान भी राहत के लिए घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया, 'अलकनंदा के पास के इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है. एहतियात के तौर पर भागीरथी नदी के प्रवाह को रोक दिया गया है. अलकनंदा के पानी के प्रवाह को रोकने के लिए श्रीनगर बांध और ऋषिकेश बांध को खाली कर दिया गया है. एसडीआरएफ अलर्ट पर है.'उत्तराखंड के चमोली जिले के रैनी में रविवार सुबह ग्लेशियर फट गया। बताया जा रहा है कि ग्लेशियर फटने से धौली नदी में बाढ़ आ गई है। इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है। वहीं, चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है। कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे। ऋषि गंगा और तपोवन हाईड्रो प्रोजेक्ट पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं।