चंडीगढ़ (रफ्तार न्यूज़ ब्यूरो) पंजाब के अनुसूचित जाति के गऱीब नौजवानों को स्व-रोजग़ार शुरू करने के लिए 695.20 लाख के ऋण बाँटे जा चुके हैं। ये ऋण 494 नौजवानों को कम ब्याज दरों पर मुहैया करवाए गए हैं।
पंजाब के सामाजिक न्याय, अधिकारिता एवं अल्पसंख्यक मंत्री स. साधु सिंह धर्मसोत ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब अनुसूचित जाति भू विकास और वित्त निगम द्वारा साल 2020-2021 के दौरान 1400 गरीब और पात्र नौजवानों को 2250 लाख रुपए के ऋण बाँटने का लक्ष्य निश्चित किया गया था। अब तक 494 नौजवानों को 695.20 लाख का ऋण कम ब्याज दरों पर मुहैया करवाया जा चुका है, और अन्य नौजवानों को ऋण मुहैया करवाने की प्रक्रिया जारी है।
मंत्री ने बताया कि मौजूदा पंजाब सरकार ने पिछले लगभग 4 सालों के दौरान राज्य के 6404 गऱीब एस.सी. नौजवानों को 5842.89 लाख रुपए के ऋण मुहैया करवाए जा चुके हैं। जिनको प्राप्त करके वह अपना स्व-रोजग़ार शुरू कर चुके हैं और एक अच्छा जीवन गुज़ार रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मौजूदा सरकार ने लोगों की सुविधा को मुख्य रखते हुए ऋण मामलों के जल्द निपटारे के लिए 1 लाख तक के ऋण को मंजूर करने का अधिकार जि़ला स्तर पर जि़ला मैनेजरों को दिया है। उन्होंने बताया कि ऋण प्रक्रिया को और आसान करने के लिए जि़ला स्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी में भी संशोधन किया गया है।
स. धर्मसोत ने बताया कि एस.सी. कार्पोरेशन का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति और अपंग लोगों को कम ब्याज दर पर स्व-रोजग़ार के धंधे जैसे कि डेयरी फार्म, किराना दुकान, शटरिंग का काम, लकड़ी का व्यापार और ऊच्च शिक्षा के लिए ऋण मुहैया करवाना है जिससे इनके आर्थिक स्तर को ऊँचा उठाया जा सके और इनको गऱीबी रेखा से बाहर निकाला जा सके।