छिंदवाड़ा(भगवान दीन साहू)- परम पूज्य संतश्रीआशारामजी बापू की प्रेरणा से विश्व के 167 देशों में मनाये जाने वाला मातृ-पितृ पूजन दिवस का आयोजन गाॅव-गाॅव, जगह-जगह जारी हैं। श्री योगवेदान्त सेवा समिति के तत्वाधान में कार्यक्रम सम्पन्न हो रहंे हैं। इस अवसर पर साध्वी रेखा बहन, साध्वी प्रतिमा बहन, के सत्संग कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा हैं। सत्संग में साध्वी बहनों ने बताया कि, हमारी संस्कृति में मातृ देव भवः पितृ देव भवः तथा आचार्य देव भवः की महत्ता है। बच्चों मंे विद्यार्थियों में अच्छे संस्कारों का सिंचन हो इस उद्देष्य की पूर्ति के लिए यह आयोजन प्रतिवर्ष सम्पन्न कराये जाते हैं। भगवान श्री गणेश ने सर्वप्रथम उनके माता-पिता का पूजन कर देवताओं में प्रथम पूज्यनीय का आशीर्वाद प्राप्त कर लिया। पूज्य बापूजी भी यहीं बताते है कि विश्व का हर बच्चा भगवान श्री गणेश के जैसा बने। जो बच्चा माता पिता का आदर करता है, वह चिरआदरणीय बन जाता है। कोविड-19 के कारण यह आयोजन देश भर में 1.5 माह पूर्व ही प्रारंभ कर दिये गयें। ताकि अनावष्यक भीड़ ना बड़ें। सभी लोग सरकारी नियमों का विधिवत पालन कर रहें हैं। इस संबंध में केन्द्रीय परिवहन मंत्री, नितिन गड़करी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगीआदित्य नाथ, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बधाई आदेश जारी किये हैं। देश के महामहिम राष्ट्रपति एवं माननीय प्रधानमंत्री पूर्व में ही आदेश जारी कर चूकें हैं। समिति के पदाधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र संघ को भी प्रार्थना पत्र प्रेषित किया हैं। ताकि अधिक से अधिक देश इस आयोजन से लाभांवित हो सकें। महिला समिति की बहने गाॅव-गाॅव, वार्ड-वार्ड जाकर कार्यक्रम आयोजित कर रहीं हैं। समिति से प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक लगभग 1,79,000 (एक लाख उन्नहत्तर हजार) लोग जिले में कार्यक्रम से लाभांवित हुयें। मुख्य कार्यक्रम 14 फरवरी को सम्पन्न होगा। इस प्रकार के आयोजन देश के 650 जिला केन्द्रो में 2500 समितियांॅ रोजाना सेवा कर रही है, इस देवीय कार्य में महिला उत्थान आश्रम की संचालिका साध्वी नीलू बहन, गुरूकुल की संचालिका दर्शना खट्टर, छाया सूर्यवंशी, करूणेशपाल, शारदा भोजवानी, शंकुंतला कराड़े, सुमन डोईफोडे, वनीता सनोड़िया, योगिता पराड़कर, डाॅ. मीरा पराड़कर आदि मुख्य रूप से सेवा दे रहीं हैं। कार्यक्रम आयोजन हेतु खजरी आश्रम के संचालक जयराम भाई, समिति के अध्यक्ष मदन मोहन परसाई, युवा सेवा संघ के अध्यक्ष दीपक डोईफोडे, विशाल चउत्रे, एम.आर. पराड़कर, पी.आर. शेरके, शंभुदयाल साहू, गेंदराव कराड़े, धनाराम सनोड़िया, आदि सहयोगरत हैं।
