छिन्दवाड़ा (भगवानदीन साहू)- जिले के सामाजिक कार्यकर्ता भगवानदीन साहू के नेतृत्व में कई सामाजिक संगठनों ने महामहिम राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के नाम जिला कलेक्टर छिन्दवाड़ा को ज्ञापन सौपकर देश में कोरोना माहमारी के घोटाले की उच्चस्तरीय जाॅच की मांग कि ज्ञापन में बताया कि कोरोना वैष्विक माहमारी का आतंक पूरे विष्व में है, जिसमें लाखों लोग काल का ग्रास बन गये। लाखों लोग संर्घषरत होकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। विश्व की अर्थव्यवस्था चैपट हो गयी। कई लोग बेरोजगार हो गये है, कई के व्यवसाय चैपट हो गये, कई की नौकरी चली गयी, यह बेहद दुखद काल है। इस माहमारी के आड़ में घोटालों से भी इंकार नहीं किया जा सकता है? समाचार पत्रों एवं सोशल मिडिया के माध्यम से जानकारी मिलती है कि, एक कोरोना मरीज के लिए केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार लगभग 1.5 लाख रू. का फंड आवंटित करती है। यह फंड नगर पालिका/निगम या जिला अस्पताल को प्राप्त होता है। हाल ही में जिले में कुछ कोरोना मरीज की मृत्यु पर संदेह उत्पन्न होता है। जिसमें अमरवाड़ा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं गोड़वाना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनमोहन शाह बट्टी की ह्रदय आघात से मृत्यु हुई। लेकिन बाद में कोरोना पेसेंट बताकर भोपाल में अन्तिम क्रिया कर दी गयी। जिसकी उच्च स्तरीय जाॅच के लिए रोजाना आन्दोलन हो रहे है। अम्बेडकर नगर के एक व्यक्ति की मृत्यु कोरोना के कारण बताई गयी। मृतक मेरा मित्र और जान पहचान वाला था, उसकी हार्ट सर्जरी हुई थी, और कई अन्य बिमारियाॅं भी थी। गुलाबरा में एक महिला की मौत जलने के कारण हुई बाद में उसे भी कोरोना पेसेंट बताया गया। इस बीमारी में डर का माहोल पैदा कर पैसा लुटने का साधन बन गया। इस प्रकार की स्थिति पूरे देश में है, यह सब बाते आम लोगों में संदेह उत्पन्न करती है, इसकी उच्च स्तरीय जाॅच हो, कि कहीं सरकार के पैसों का दुरूप्रयोग तो नहीं हो रहा है, साथ ही हमारे देश के जाबाॅज इलेक्ट्रानिक मिडिया के पत्रकार जिन्होने हमेशा समय-समय पर देशभक्ति का परिचय दिया है, जिनमें रविश कुमार, दीपक चैरसिया, राजदीप सरदेसाई, पूण्य प्रसन्न वाजपेयी, अभिसार शर्मा, बरखादत्त एवं जिले के महेष चांडक और आशीष ठाकुर को भी कोरोना मरीजों का प्रतिदिन साक्षात्कार लेने की इजाजत दी जायें। ज्ञापन देते समय शिक्षाविद विशाल चउत्रे, आधुनिक चिंतक हर्षुल रघुवंषी, आई.टी.सेल के प्रभारी भूपेश पहाड़े, बजरंग दल के नितेष साहू, लक्ष्मीकांत द्विवेदी, विनोद पांडे, पवार समाज के प्रमुख हेमराज पटले, सोमेष चरपे, ओमप्रकाश डेहरिया, हर्षवर्धन साहू, आदि मुख्य रूप से उपस्थित थें।
