अंबाला (रफतार न्यूज ब्यूरो): हरियाणा में कोरोना वायरस दिल्ली ने फैलाया। दिल्ली के कारण हरियाणा का कोरोना ग्राफ बढ़ा। हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने यह बयान देकर राजनीति गर्मा दी है। अनिल विज साफ तौर पर दिल्ली को प्रदेश में कोरोना के फैलाव का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
अनिल विज के अनुसार जिस प्रकार भारत में बाहर से कोरोना आया ठीक उसी प्रकार हरियाणा में भी विदेश आने-जाने वालों की वजह से कोरोना की एंट्री हुई है लेकिन हरियाणा में कोरोना का जो ग्राफ बढ़ा वह उसके पड़ोसी राज्य दिल्ली के कारण बढ़ा है। दिल्ली के कारण दिल्ली से सटे चार जिले झज्जर, सोनीपत, गुड़गांव और फरीदाबाद में 70 प्रतिशत कोरोना के केस हैं। यही कारण था कि हमें दिल्ली-हरियाणा की सीमाओं को सील करना पड़ा, न कोई आ सकता है न कोई जा सकता है।
अनिल विज ने अनुसार पड़ोसी राज्य और बाहर से प्रदेश में घुसे कोरोना वायरस को काबू करने की हमने हर तरह से कोशिश की। हरियाणा में बड़े स्तर पर आइसोलेशन वार्ड, कोविड केअर सेंटर, इलाज करने वाले डॉक्टर्स-नर्सों के लिए पीपीई किट की व्यवस्था की गई और कोरोना लैब्स का निर्माण किया गया। हरियाणा में बड़े स्तर पर कोरोना टेस्टिंग करने के लिये कोरोना लैब का होना बहुत जरूरी था क्योंकि बाहर से कई सारी टेस्टिंग कराना मुश्किल भरा था। जहां पहले हरियाणा में एक भी लैब नहीं थी वहीं आज हरियाणा में 14 कोरोना टेस्टिंग लैब हैं।
अनिल विज ने अनुसार हमने बाहर से आने वाले लोगों को क्वारनटाइन किया और सख्ती के साथ उनसे क्वारनटाइन का पालन करवाया। इसके अलावा लोगों को मॉस्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करवाया।
अनिल विज ने अनुसार हरियाणा में कोरोना मरीजों के ठीक होने की संख्या अन्य राज्यों से बेहतर है। हरियाणा में रिकवरी रेट 66 से 67 प्रतिशत है हालांकि कभी कभी ज्यादा केस आ जाने से यह रेट नीचे खिसककर 62 से 63 प्रतिशत भी पहुंचा लेकिन यह कभी कभार की बात है। विज कहते हैं कि कुछ लोग इस बात पर प्रश्न उठाते हैं कि हरियाणा मे इतना अच्छा रिकवरी रेट क्यों है? इसका श्रेय स्वास्थ्य विभाग को जाता है, जिसने पूरी निष्ठा के साथ कोरोना मरीजों की सेवा की।
