चंडीगढ़ ।
तब्लीगी जमातियों को बुधवार समय तक खुद बाहर आकर सरेंडर करने का समय दिया गया था। इस अवधि तक करीब 200 तब्लीगी जमातियों ने खुद को अलग-अलग जिलों में प्रशासन के सामने पेश कर दिया। राज्य में तब्लीगी जमातियों की संख्या अब 1562 हो चुकी है। इनमें 82 तब्लीगी जमाती ऐसे हैं, जिन्हें कोरोना पाजीटिव पाया गया है।अब हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि बुधवार शाम पांच बजे के बाद किसी भी जिले में छिपे हुए तब्लीगी जमाती के पकड़े जाने पर उसके विरुद्ध हत्या के प्रयास (भादसं की धारा 307) में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। फिर उसका कोरोना टेस्ट होगा। यदि टेस्ट पाजीटिव रहा तो यह मुकदमा चलता रहेगा। रिपोर्ट निगेटिव आने की स्थिति में भादसं की धारा 307 हटा दी जाएगी।गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि हमने इन जमातियों को बाहर आने का काफी समय दिया। अब और समय नहीं दिया जा सकता। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश में किसी को भी समाज का माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। कोरोना वायरस महामारी है और पूरी दुनिया इससे त्रस्त है। हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों संक्रमित हैं। बड़ी संख्या में तब्लीगी जमातियों को काबू किया जा चुका है। जो अब भी छिपे बैठे हैं और सामने नहीं आ रहे हैं, ऐसे लोगों को समाज का दुश्मन ही कहा जाएगा। कुछ लोगों को पूरे प्रदेश की जिंदगी दांव पर लगाने की छूट नहीं दी जा सकती। अब पकड़े जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी तय है।मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी जनता के साथ संवाद में तब्लीगी जमातियों को बड़े ही नरम लहजे में सख्त चेतावनी दी। उन्होंने गृह मंत्री विज के बयान का तो कोई जिक्र नहीं किया, लेकिन साफ शब्दों में कह दिया कि ऐसी किसी भी स्थिति को स्वीकार नहीं किया जा सकता, जिससे समाज में संक्रमण फैले।
ये है अब तक का आँकड़ा
हरियाणा सरकार ने सभी 1562 तब्लीगी जमातियों के कोरोना टेस्ट कराने का निर्णय लिया है। इनमें से 884 के टेस्ट हो चुके, जिनमें 107 विदेशी शामिल हैं। 590 जमातियों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी। 212 तब्लीगी जमातियों की रिपोर्ट का इंतजार है। बाकी जमातियों के भी टेस्ट चल रहे हैं, जो शुक्रवार तक पूरे हो जाने की संभावना है। 1562 जमातियों में1036 दूसरे राज्यों के, 419 हरियाणा के और 107 जमाती विदेशी हैं।