चंडीगढ़ ।
हरियाणा के अंदर शराबबंदी शुरू से ही चर्चा का विषय रहा है । खासतौर पर ये समस्या ग्रामीण आँचल में ज्यादा है । हरियाणा में नई गठबंधन सरकार ने ये एलान किया था कि जो गाँव नहीं चाहता कि उनके गाँव में शराब ना बिके वहाँ शराब का ठेका नहीं खोला जाएगा । इस संबंध में सरकार के पास 899 गाँव से आवेदन आए थे जिनमें से 469 गाँवों के शराब ठेके के आवेदन जाँच के बाद रद्द कर दिए गए हैं तो वहीं 430 गाँवों के अंदर अब शराब के ठेके नहीं खुलेंगे और अब वहाँ शराब की बिक्री नहीं होगी । अवैध शराब की बिक्री पर भी लगाम लगेगी । यानि की अब अवैध शराब की बिक्री करने वालों की जमानत 6 महीने तक नहीं मिलेगी । इस कानून को राज्यपाल की भी मंजूरी भी मिल गई है ।
इस मामले में सबसे ज्यादा आवेदन भिवानी से आए थे 136 जिसमें से 85 आवेदन मंजूर हो गए और 51 आवेदन रद्द हो गए ।