इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि दिल्ली चुनाव के नतीजे देश व प्रदेश के लिए राजनीति में बदलाव का संदेश है और आने वाले समय में नई दिशा देने वाले नतीजे साबित होंगे। इस चुनाव में कितनी बार उतार-चढ़ाव आए परंतु जनता ने उसी को अपना वोट देना उचित समझा जिसने उनके लिए धरातल पर काम किया।
केजरीवाल दिल्ली के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं जिसके लिए सभी दलों को जनता का फैसला सिर-मत्थे मानना चाहिए। परंतु इसके बावजूद भी भाजपा को इस चुनाव में समाज को बांटने वाली नीति के कारण जो नुकसान हुआ है उससे भी सबक न सीखते हुए हरियाणा के एक वरिष्ठ भाजपा नेता का ये कहना कि मुफ्तखोरों की वजह से भाजपा को चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा। ऐसे बड़बोले नेताओं को दिल्ली के चुनाव के नतीजे जनता द्वारा सबकुछ सिखाने के बराबर है।
इनेलो नेता ने कहा कि जनता अब जहरीली शब्दावली को पसंद नहीं करती और सिर्फ उसी दल को स्नेह देती है जो उनके लिए मूलभूत सुविधाएं देने के लिए कार्य करता है। भविष्य में राजनीति में नफरत की कोई जगह नहीं है क्योंकि भाजपा ने इस चुनाव में धार्मिक ध्रुवीकरण करने की अत्यंत कोशिश की परंतु जनता ने इसको नकार कर एक ऐसे राजनीतिक दल को अपनी सहमति जताई जिसने शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी का प्रबंध आदि के लिए पांच साल पहले किए गए वायदों के अनुसार कार्य करने का प्रयत्न किया।
उन्होंने कहा कि देश में साम्प्रदायिकता के लिए कोई जगह नहीं है, हां यह हो सकता है कि काठ की हांडी एक बार चढ़ जाए परंतु यह बार-बार नहीं चढ़ सकती। हरियाणा में भी सत्ता पर काबिज दल ने झूठ बोलकर सत्ता हथियाने का काम किया। जनता ने विश्वास करते हुए भाजपा को वोट देकर पिछले शासनकाल के दौरान सत्ता का भागीदार बनाया। परंतु जो आम जनता से वायदे किए गए थे कि प्रत्येक के खाते में 15-15 लाख रुपए कालेधन के जमा करवाए जाएंगे और किसानों की आय दुगुनी करने के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्टों को लागू किया जाएगा। इनके सिवाय अनेक अन्य वायदे भी किए थे परंतु सत्ता में आने के पश्चात उन सब को रद्दी की टोकरी में डाल दिया।
इनेलो नेता ने कहा कि दिल्ली का चुनाव राजनीति में नई दिशा देने वाला है जिसका प्रभाव बिहार व बंगाल के चुनाव पर भी पड़ेगा। भविष्य में देश व प्रदेश की राजनीति में वही दल अपना वर्चस्व कायम रख सकेगा जो जननायक चौधरी देवी लाल जी की नीतियों की तरह कथनी और करनी पर खरा उतरेगा। राजनीति में आम आदमी झूठे वायदे करने वाले दलों को नकारेगा और धर्म के नाम पर वोट मांगने वालों को बाहर का रास्ता दिखाएगा।