स्वराज इंडिया ने उठाए सवाल – प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत 75000 करोड रुपए के बजट में से सिर्फ 500029 करोड़ खर्च किये गए? संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में पता चला कि केवल 8.36 करोड़ युनिक किसानों को ही मिला है। जबकि किसान सम्मान निधि से 14.5 करोड़ किसानों को 6000 रूपये सालाना दिया जाना था।
हरियाणा राज्य में 1,640,2541 किसानों को उपलब्ध आंकड़े के आधार पर अभी सरकार को 6000 रूपये देने थे लेकिन जो जानकारी प्राप्त हुई है उसके आधार पर 1.96 लाख किसानों को यह राशि वितरित नहीं की गयी है। सरकार ने पूरे देश में 14.5 करोड़ किसानों को देने कि बात की है, अभी तक केवल 9.6 करोड़ किसानों की पहचान कर पायी है।
C2( स्वामीनाथन रिपोर्ट) लागत के तहत किसानों की फसलों का समर्थन मूल्य तय करने संबंधी अपना चुनावी वादा पूरा करें हरियाणा सरकार. हरियाणा के अंदर समय-समय पर तमाम फसलों के मूल्यों एवं किसानों की वास्तविक स्थिति को लेकर संवेदनशील स्वराज इंडिया पार्टी ने केंद्रीय बजट में पीएम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत विगत वर्ष की तरह निर्धारित 75000 करोड रुपए के केंद्रीय प्रावधान को किसानों के साथ मजाक करार दिया है।
स्वराज इंडिया पार्टी ने स्पष्ट किया कि आज हरियाणा समेत पूरे देश का गांव खेती एवं किसान संकट से गुजर रहा है और हरियाणा एवं केंद्र सरकार किसानों की वास्तविक स्थिति के मद्देनजर गंभीर नहीं है स्वराज इंडिया पार्टी ने हरियाणा सरकार को किसानों के मुद्दे पर विफल करार देते हुए कहा कि हरियाणा सरकार की भावांतर योजना एवं केंद्र सरकार की फसल बीमा योजना का जमीनी स्तर पर किसानों को उतना लाभ नहीं मिला जितने लाभ के संबंध में सरकार द्वारा बड़े-बड़े दावे किए गए थे स्वराज इंडिया पार्टी के हरियाणा अध्यक्ष राजीव गोदारा ने कहा कि सरकार ने स्वीकार किया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से हरियाणा के लगभग 2 लाख और पूरे देश के 45 फ़ीसदी किसान वंचित हैं उन्होंने हरियाणा कृषि मंत्री से भावांतर योजना की वास्तविक और हरियाणा के अंदर किसान आत्महत्या के आंकड़े स्पष्ट
करने की मांग की है.