हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश के पहले व करनाल जिला के गांव सिरसी को लाल डोरा से मुक्त करके ग्रामीणों को उनकी संपत्ति की ‘टाईटल डीड’ वितरित कर और गाँव के सामुदायिक विकास के लिए एक करोड़ से अधिक राशि देने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि फिलहाल इस योजना में प्रदेश के हर जिले से 5-5 गांव का सर्वे कर उन्हें लाल डोरा से मुक्त किया जाएगा और करनाल, जींद व सोनीपत के शहरी क्षेत्र की भी ड्रोन से मैपिंग करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘मुख्यमंत्री परिवार समृद्घि योजना’ की लॉंचिंग की और ग्रामीणों को ‘परिवार पहचान पत्र’ भी वितरित किए। प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी इस मौके पर मौजूद थे।
उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि हरियाणा सरकार जमीन से जुड़े विभिन्न मसलों का निराकरण करने के उदेश्य से ग्रामीणों के लिए अनेक योजनाओं पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी 5 वर्षों में खेतों में जाने वाले तीन व चार करम के सभी रास्तों को पक्का करवाया जाएगा और इस दिशा में हर साल 20 प्रतिशत रास्ते पक्के किए जाएंगे। इसी प्रकार, सांझी खेवट में तकसीम के झगड़ों को खत्म करने के लिए सरकार ने खाका तैयार कर लिया है। इसे अनिवार्य बनाकर अगले छ: महीनो में खेवट के लगभग 40 हजार लंबित मामलों को निपटाया जाएगा, ताकि ग्रामीण सुखी और समृद्घ हों।
मुख्यमंत्री ने कहा आने वाले समय में जमीनों के समस्त रिकॉर्ड का राजस्व विभाग की वैब-हैलरिस में डिजिटाईलिजेशन किया जाएगा। राजस्व में पिछले 30-40 सालों से चले आ रहे रिमांड की पावर को भी खत्म कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब पढ़ी-लिखी पंचायते हैं, भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए ई-पंचायतें बनाई जाएगी और सभी का ऑडिट होगा।