दिल्ली के विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की नजरें टिकी हैं कि क्या होने वाला है। क्या इस चुनाव में अरविंद केजरीवाल को बीजेपी या कांग्रेस टक्कर दे पायेंगी। वहीं हरियाणा के नेता भी आने वाले दिनों में दिल्ली में डेरा डालने वाले हैं। प्रदेश के कांग्रेस और बीजेपी नेताओं की ड्यूटी दिल्ली के अलग अलग विधानसभा हलकों में लगेगी। वहीं दुष्यंत चौटाला की पार्टी जिसकी हरियाणा की सरकार में हिस्सेदारी है वो क्या करने वाले हैं।
दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। चर्चा है कि जेजेपी बीजेपी के साथ मिलकर ही चुनाव लड़ना चाहती है। जेजेपी चाहती है कि हरियाणा के साथ लगते जाट बाहुल्य हलकों में उन्हें कुछ सीटें दी जायें जहां वो अपने उम्मीदवार उतार सकें। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने संकेत दिये हैं कि दिल्ली में बीजेपी को जेजेपी का साथ मिल सकता है।
दरअसल दिल्ली में केजरीवाल की पोजीशन अच्छी कही जा रही है। हर तरफ चर्चा है कि कुछ कामों के दम पर आम आदमी पार्टी दोबारा सत्ता में आ सकती है। वहीं केजरीवाल को इस बार चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर का साथ भी मिला हुआ है। देखिये हरियाणा के नेताओं की दिल्ली के चुनाव में क्या भूमिका हो सकती है…..