हरियाणा कांग्रेस की नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा और विधायक दल के नेता भूपिंद्र सिंह हुड्डा ने शनिवार को चंडीगढ़ में पदभार ग्रहण कर लिया। हरियाणा के कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने चंडीगढ़ पहुंच कर बताया कि चुनाव से पहले तजुर्बेकार नेताओं के हाथ में कमान दी है ताकि रिजल्ट अच्छा मिल सके।
प्रभारी गुलाम नबी आजाद ये भी मानते हैं कि प्रदेश संगठन में बदलाव करने में देरी हुई है। वहीं कुमारी शैलजा ने कहा कि कोशिश यही होगी कि सभी को साथ लेकर चुनाव में उतरा जाये। हालांकि कुमारी शैलजा ये भी जानती हैं कि प्रदेश में बड़े नेताओं की गुटबाजी से पार पाना इताना आसान नहीं है। कुमारी शैलजा के सामन सबसे बड़ी चुनौती भी यही है कि बड़े नेताओं को एक मंच पर लाना और चुनाव में एकजुटता दिखाना।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थन चंडीगढ़ में जोश में दिखे लेकिन उनमें भी यही कानाफूसी होती रही कि कांग्रेस हाईकमान ने संगठन में बदलाव करने में देरी कर दी नहीं तो नतीजे कुछ और हो सकते थे। हालांकि उनको ये लगता है कि अभी भी हवा बदल सकती है।
कांग्रेस की नई प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा के लिये दिल्ली की राजनीति से बाहर निकलकर प्रदेश की राजनीति को संभालना इतना आसान नहीं होगा। हालांकि सिरसा और अंबाला से सांसद रह चुकी हैं तो इन दोनों जगहों से उनके समर्थकों के लिये उम्मीद जगी है कि उनकी भी सुनी जायेगी। खैर चुनाव का वक्त है ऐसे में सत्ताधारी भाजपा के सामने चुनाव लड़कर अच्छे नंबर लाना हुड्डा और शैलजा के लिये बहुत बड़ी चुनौती है।