केंद्र सरकार की ओर से जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 और 35-ए को समाप्त करने के निर्णय के बाद चण्डीगढ़ में रह रहे कश्मीरी पंडितों की ओर से मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करने के लिए कश्मीरी सहायक सभा, चण्डीगढ़ के एक शिष्टमण्डल ने मुख्यमंत्री से विधानसभा कार्यालय में ही शिष्टाचार भेंट की और सरकार की राजनीतिक इच्छा शक्ति के लिए आभार व्यक्त किया।
शिष्टमण्डल में संजय रैना, के.के. कौल, राजेश पंडिता, श्रीमती फूला रैना शामिल है। उन्होंने कहा कि यह कश्मीरी पंडितों के अधिकारों व मातृ भूमि को सुरक्षित रखने के लिए लिया गया एक महत्वूपर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से आज हमारे लिए आजादी व खुशी का दिन है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे कश्मीरी पंडितों की कठिनाइयों से वे भली-भांति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि 1990 से अनुच्छेद 370 के प्रधाव को हटाने का मामला चला आ रहा था, परंतु अब राजनैतिक इच्छा शक्ति से यह निर्णय लिया गया है। यह निश्चित रूप से स्वागत योग्य है।
मुख्यमंत्री ने शिष्टमण्डल को आश्वासन दिलाया कि अब यह शुरूआत है। राजनैतिक इच्छा शक्ति से कश्मीर और भी बेहतर किया जाएगा। ऐसा उनका मानना है। उन्होंने कहा कि 5 अगस्त, 2019 का दिन देश के लिए एक इतिहास दिन है।