गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहल पर अगस्त, 2018 में ‘नशे का प्रकोप, चुनौतियां एवं रणनीतियां’ विषय पर छ: राज्यों के मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों का एक क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया था। बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी उपस्थित थे, जबकि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए थे । राजस्थान, दिल्ली और चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इसमें भाग लिया था ।
पंचकूला में केंद्रीकृत सचिवालय, जहां नियुक्त होंगे 6 राज्यों के नोडल अधिकारी…
बैठक के दौरान राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने देश के उत्तरी क्षेत्र में नशे के प्रकोप से संयुक्त रूप से निपटने के लिए मिलकर कार्य करने पर सहमति जताई थी। इस बात पर भी सहमति हुई थी कि नशे के चलन, दर्ज मामलों और नामित, वांछित या गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के बारे में और अधिक कारगर कार्यवाही करने और सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान की आवश्यकता है। इसके अलावा, पंचकूला में एक केंद्रीकृत सचिवालय स्थापित करने का भी निर्णय लिया गया, जहां प्रत्येक राज्य के नोडल अधिकारियों को खुफिया जानकारी और सूचनाएं सांझा करने के लिए प्रतिनियुक्त किया जाएगा।