हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने साल 2019-20 की खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने के लिए गए निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि यह इस बात का परिचायक है कि सरकार वास्तव में किसान हितैषी सरकार है और किसान हित उसकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।
कैबिनेट कमेटी के निर्णय पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने के लक्ष्य को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा के बाजरा, कपास, धान, सूरजमुखी, मक्का व अरहर की फसल बोने वाले किसानों को विशेष लाभ होगा, जो प्रदेश की खरीफ की मुख्य फसलें हैं।
उन्होंने कहा कि बाजरे के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 50 रुपये प्रति क्विंटल, धान में 65 रुपये प्रति क्विंटल, कपास के मूल्य में 100-105 रुपये प्रति क्विंटल, सूरजमुखी के मूल्य में 262 रुपये प्रति क्विंटल, मक्का के मूल्य में 60 रुपये प्रति क्विंटल तथा अरहर में 125 रुपये प्रति क्विंटल तथा मूंग के मूल्य में 75 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बढ़ौतरी होगी। उन्होंने कहा कि यह सरकार निश्चित रूप से ऐसी सरकार है जो अपने किसानों का ख्याल रखती है।
फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने पर कृषि मंत्री धनखड़ ने भी जताया आभार……
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर वर्ष फसलों के मूल्यों में 1.5 गुणा बढ़ौतरी का स्थायी फार्मूला लागू किया है और इससे किसानों की आय हर वर्ष बढऩे निश्चित है।