हरियाणा के मुख्य सचिव डी एस ढेसी ने बुधवार को चंडीगढ़ में प्रदेश में रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के द्वारा लागू की जाने वाली रेल नेटवर्क परियोजनाओं की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि दिल्ली के सराय काले खां से लेकर हरियाणा के गुरुग्राम और आगे शाहजहांपुर-निमराना-बहरोर तक ट्रांजिट सिस्टम निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।
इस परियोजना में दिल्ली से बावल के बीच सराय काले खां, जोर बाग, मुनिरका, एयरोसिटी, उद्योग विहार, सेक्टर 17, राजीव चौक, खेड़कीदौला, मानेसर, पचगांव, बिलासपुर चैक, धारूहेड़ा, एमबीआइआर, रेवाड़ी, बावल एवं एनएनबी स्टेशन बनाए जाएंगे। रूट की लंबाई 106 किलोमीटर होगी। इसमें से हरियाणा का हिस्सा 81.86 किलोमीटर होगा।
बैठक में बताया गया कि बड़े पैमाने पर इस परिवहन परियोजना से गुरुग्राम में विशेष रूप से और दक्षिण हरियाणा में विकास और निवेश को एक नई गति मिलेगी। आरआरटीएस परियोजना के लिए अलाईनमेंट गुरुग्राम में पुरानी दिल्ली रोड पर से एलिवेटिड होकर लेफ्टिनेंट अतुल कटारिया चैक से सिग्नेचर टॉवर चैक तक जाएगा और फिर एनएच -48 के साथ राजीव चैक तक जाएगा। तत्पश्चात, अलाइनमेंट खेरकी दौला से आगे भूमिगत हो जाता है जहाँ यह आई एम टी मानेसर तक जमीन के ऊपर होगा। यह अलाईनमेंट राजस्थान में प्रवेश करने से पहले एनएच के साथ धारूहेड़ा, रेवाड़ी और बावल तक जाएगा।
इस परियोजना के लिए नेशनल हाइवे अथारिटी ऑफ इंडिया से अनुमति प्राप्त कर ली गई है। इस परियोजना के क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम द्वारा गुरूग्राम में कार्यालय स्थापित किया जा रहा है। बैठक में उन्हें बताया गया कि इस रेल ट्रांजिट सिस्टम के प्रदेश में निर्माण कार्य को जल्द ही शुरू किया जायेगा।