हरियाणा में चालू वर्ष के पहले चार माह में सडक़ दुर्घटना में मृत्यु दर में 6.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। जनवरी से अप्रैल, 2019 की अवधि में सडक़ दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु की संख्या 1791 से घटकर 1671 रह गई है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इसी अवधि की तुलना में अप्रैल 2019 तक सडक़ दुर्घटनाओं में घायल होने वालों की संख्या मे भी 10.18 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इसी अवधि में राज्य में गत वर्ष के 3964 की तुलना में वर्ष 2019 में 3672 सडक़ दुर्घटना के मामले दर्ज किए गए, जोकि पिछले वर्ष से 7.36 प्रतिशत कम है।
विर्क ने कहा कि एक सुगम यातायात प्रवाह बनाए रखना राज्य पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। साथ ही, पुलिस यह भी सुनिश्चित करती है कि ट्रैफिक कानूनों का उल्लंघन करने वाले अधिकतम लोगों का चालान और दंडित किया जाए। उन्होंने बताया कि प्रदेष में ट्रैफिक नियमों की निगरानी के लिए समर्पित पुलिस और राजमार्ग टीमों का गठन भी किया गया है।
एडीजीपी ने कहा कि पुलिस द्वारा यातायात के उल्लंघन के कारण सडक़ दुर्घटनाओं को कम से कम स्तर पर लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करने के अतिरिक्त, सडक़ और यातायात सुरक्षा के बारे में उन्हें शिक्षित करने के लिए राज्य भर में सडक़ सुरक्षा जागरूकता अभियान भी आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने आमजन से ट्रैफिक नियमों का पालन करने कर सडक पर चलने वाल अन्य लोगों के साथ-साथ स्वयं के बहुमूल्य जीवन को बचाने का भी आग्रह किया।
चालान के माध्यम से 22 करोड़ और 84 लाख रूपये का जुर्माना किया गया वसूल…..
इस बीच, पुलिस ने इसी अवधि के दौरान राज्य भर में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ 10 लाख 6 हजार से अधिक चालान जारी कर ऐसे उल्लंघनकर्ताओं से 22 करोड़ 84 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला किया है। इस अवधि के दौरान, जिला गुरुग्राम में सबसे अधिक 3,91,533 व फरीदाबाद में 1,26,711 चालान जारी कर क्रमश: 8,30,48,300 रुपये और 2,14,55,300 रुपये की जुर्माना राशि वसूली गई है। नारनौल जिले में सबसे कम 5,731 चालान दर्ज किए गए हैं।