सोनिया गांधी को चौथी बार कांग्रेस पार्टी के संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है। सोनिया गांधी 2004 से लगातार इस पद पर हैं। सोनिया गांधी ने संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद 12 करोड़ वोटरों का कांग्रेस पर भरोसा जताने के लिए शुक्रिया अदा किया। सोनिया ने कहा कि पार्टी मौजूदा चुनौतियों के सामने अडिग है और दोबारा उठ खड़ी होगी।
कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनीया गांधी ने कहा कि जनता के अधिकारों के लिए सड़क और संसद दोनों जगह लड़ेंगे। उन्होनें कहा कि ‘यह हमारे लिए अभूतपूर्व संकट का समय है लेकिन इसमें ही अभूतपूर्व अवसर भी निहित हैं। अब यह हमारे ऊपर निर्भर है कि हम इसे कितनी विनम्रता और आत्मविश्वास से लेते हैं। हार से सही सबक सीखने की आवश्यकता है। देश की जनता को हमसे सम्मानपूवर्क जनादेश स्वीकार करने और खुद में सुधार की अपेक्षा है। हम जानते हैं कि हमारे सामने क्या चुनौतियां हैं। हम वापसी करेंगे। हम अपना हौसला नहीं खोएंगे।’
कांग्रेस की ओर से बुलाई बैठक में कांग्रेस के नये चुने गये सांसद पहुंचे थे। सोनीया गांधी ने सभी सांसदों से मुलाकात की। इस बैठक में राहुल गांधी भी मौजूद रहे। हालांकि पिछले कई दिनों से राहुल गांधी कई बड़े नेताओं से नाराज चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित राहुल से मिलने पहुंचे थे लेकिन राहुल ने इनको मिलने का समय नहीं दिया।