हरियाणा के मुख्य सचिव ने बताया कि हरियाणा में भावान्तर भरपाई योजना के तहत अब तक 3978 किसानों को 9 करोड़ 52 लाख रूपये का लाभ दिया जा चुका है।
मुख्य सचिव डी एस ढेसी ने मंगलवार को चंडीगढ़ में भावान्तर भरपाई योजना के लिए गठित राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी की दूसरी बैठक ली। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भावान्तर भरपाई योजना के तहत अधिक से अधिक क्षेत्र एवं अधिक से अधिक किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए कार्य किया जा रहा है।
पिछले दो वर्षों से ये योजना प्रदेश में सफलता से लागू की जा रही है। इस योजना में चार फसलों नामतः आलू, बन्दगोभी, टमाटर एवं प्याज को शामिल किया गया है। उन्होने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि में विविधता लाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना हैं। बैठक में बताया गया कि वर्ष 2019-20 के दौरान इस योजना के लिए 25 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस योजना में अब तक 3978 किसानों को 9 करोड़ 52 लाख रूपये का लाभ दिया जा चुका है। उन्होंने बताया गया कि प्रदेश में भावान्तर भरपाई योजना के तहत सात मण्डी जोन विभाजित किये गये हैं ताकि बागवानी उत्पाद मूल्य का आंकलन किया जा सके। इन जोनों में अंबाला, करनाल, रोहतक, गुरूग्राम, हिसार, भिवानी एवं फरीदाबाद शामिल है। यह योजना किसानों को उनकी फसलों की विविधता में सहायता करने के साथ-साथ निश्चित न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करके उनके घाटे को कम करने में मदद करती है।