लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद एनडीए ने आज नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुन लिया है। नरेंद्र मोदी दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। आज एनडीए के सहयोगी दलों के चुने गये सांसदों को संबोधित करते हुये मोदी ने कहा कि मंत्री कौन बनेगा इसको लेकर अखबारों में चैनल्स पर बहुत सी खबरें चल रही हैं, उन पर विश्वास ना करें।
मोदी ने अपने लंबे संबोधन में नये चुने सांसदों को लेकर भी बहुत सी बातें कहीं। मोदी ने सांसदों को कहा कि वीआईपी कल्चर को जनता पसंद नहीं करती इसलिये वीआईपी कल्चर को छोड़कर ही आगे बढ़ें। मोदी ने महात्मा गांधी, लोहिया और दीनदयाल से सीखने की सलाह दी। मोदी ने कहा कि ये जीत मोदी की वजह से नहीं हुई है ये लोगों की वजह से हुई है।
दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे मोदी ने कहा कि भारत में तो चुनाव अपने आप में उत्सव था, मतदान भी अनेक रंगों से भरा था। लेकिन विजयोत्सव उससे भी अधिक शानदार था। देश के साथ विश्वभर के भारत प्रेमियों ने इस विजयोत्सव में हिस्सा लिया है। ये हमारे लिए गर्व की बात है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘एनडीए के सभी वरिष्ट साथियों ने मुझे आशीर्वाद दिया है। आप सबने मुझे नेता के रूप में चुना है। मैं इसे व्यवस्था का हिस्सा मानता हूं। मैं भी आपमें से एक हूं। आपके बराबर हूं। हमें कंधे से कंधा मिलाकर चलना है। जनप्रतिनिधियों से मेरा आग्रह रहेगा है कि मानवीय संवेदनाओं के साथ अब हमारा कोई पराया नहीं रह सकता है। इसकी ताकत बहुत बड़ी होती है। दिलों को जीतने की कोशिश करेंगे।’