लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का चुनाव कल यानी इतवार को होने जा रहा है। चुनाव खत्म होने से पहले ही राजनीतिक पार्टियों की ओर से सरकार बनाने के लिये कोशिशें करनी शुरू कर दी हैं। प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी की प्रेस कांफ्रेंस में अमित शाह ने कहा कि एनडीए 300 से ज्यादा सीटें जीत रहा है। वहीं विपक्ष का मानना है कि बहुमत किसी को नहीं मिलने वाला इसलिये सरकार बनाने के लिये जोड़ तोड़ शुरू कर दी है।
दरअसल दो दिन पहले ही सोनिया गांधी ने भी सभी विपक्षी दलों को साथ लाने के लिये कोशिश शुरू कर दी है वहीं टीडीपी के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी विपक्ष के नेताओं से मिलकर सरकार बनाने पर विचार विमर्श कर रहे हैं। नायडू ने शुक्रवार को दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की वहीं खबर है कि नायडू आज दिल्ली में राहुल गांधी से मिल सकते हैं और उसके बाद वो लखनऊ जाकर बसपा प्रमुख मायावती से भी मुलाकात करेंगे।
चंद्रबाबू नायडू ने महागठबंधन के लिये भी किया था प्रयास…..
चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव से पहले महागठबंधन के लिये भी काफी कोशिश की थी लेकिन वो सिरे नहीं चढ़ पाई थी। अब देखना होगा कि नायडू विपक्ष की ओर से सरकार बनाने के लिये उनकी कोशिश कामयाब होगी या नहीं। वहीं बंगाल में ममता और बीजेपी की लड़ाई के बाद विपक्ष एक बार फिर इकट्ठा होता हुआ नजर आ रहा है।
विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के लिये लड़ाई होगी। बसपा सुप्रीमों मायावती पीएम बनना चाहेंगी जिसके लिये उसे अखिलेश यादव का साथ मिला हुआ है वहीं टीएमसी प्रमुख ममता बेनर्जी भी पीएम की रेस में हैं और सबसे ज्यादा टक्कर वो ही बीजेपी से ले रही हैं। इसके अलावा कांग्रेस की ओर से कोशिश यही होगी कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाया जाये।
राहुल गांघी ने दो दिन पहले ही इशारा किया था कि सरकार बनाने के लिये विपक्ष को एकजुट होना चाहिये। राहुल गांधी सरकार बनाने के लिये काफी लचीले भी दिखाई दे रहे हैं। चर्चा ये भी है कि अगर एनडीए के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं होगा तो कांग्रेस सरकार बनाने के लिये किसी ओर के नाम पर भी सहमत हो सकती है।
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों का इंतजार है और 23 मई रात तक साफ होगा कि अगली सरकार किसकी होगी। एक बात साफ है कि अगली सरकार के लिये क्षेत्रीय पार्टियों की भूमिका अहम हो सकती है। फिलहाल इंतजार करें 23 मई का।