हरियाणा में लोकसभा चुनावों के लिये प्रचार के आखिरी दिन मुख्यमंत्री डबवाली में थे। यहां उन्होनें बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में रैली की थी। मुख्यमंत्री को वापिस चंडीगढ़ जाना था लेकिन मौसम खराब होने की वजह से हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से चंडीगढ़ के लिये निकल पड़े। रास्ते में नरवाना में वो गेस्ट हाउस में रुकना चाहते थे लेकिन वहां जींद के डीसी व जिला निर्वाचन अधिकारी ने मुख्यमंत्री को नरवाना में ठहराने से इनकार कर दिया।
जब ऐसा हुआ तो सरकार रात में ही हाईकोर्ट पहुंच गई। रात को सुनवाई हुई और आधे घंटे की सुनवाई के बाद मुख्यमंत्री को नरवाना में ठहराने के आदेश जारी कर दिये गये। सरकार की ओर से कहा गया कि मुख्यमंत्री के डबवाली से चलने के वक्त ही नरवाना के डीसी को कहा गया था कि मुख्यमंत्री नरवाना में ठहरेंगे।
डीसी व जिला निर्वाचन अधिकारी ने क्यों किया मना…..
दरअसल डीसी ने मुख्यमंत्री को चुनाव आचार सहिंता का हवाला देते हुये मना कर दिया था। डीसी ने कहा कि या तो वो अपने विधानसभा क्षेत्र में जायें या फिर चंडीगढ़ वो नरवाना नहीं रूक सकते। इस पर हरियाणा चुनाव आयोग का भी यही कहना था। जिसके बाद सरकार को हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ी।
मुख्यमंत्री के नरवाना में ना ठहराये जाने को लेकर ये मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। खैर हरियाणा में कल यानी इतवार को मतदान है औऱ उससे पहले उम्मीदवार अब डोर टू डोर ही प्रचार कर सकते हैं। कुछ घंटे बचे हैं मतदान को । इस बार का चुनाव हरियाणा में बहुत ही दिलचस्प होने वाला है।