हरियाणा पंजाब के कई इलाकों में बुधवार को तेज आंधी, बरसात और ओलावृष्टि हुई। इस मौसम में आंधी, बरसात और ओलावृष्टि ने किसानों की फसल को तबाह कर दिया है। हरियाणा के 7-8 जिलों में ओलावृष्टि हुई है जिससे किसान की चिंता बढ़ गई है। सिरसा, हिसार, चरखी दादरी, फतेहाबाद और कैथल जिले में ओले भी गिरे हैं।
वहीं एक दो दिन पहले भी हरियाणा पंजाब के कई हिस्सों में तेज आंधी और बरसात हुई है। इस मौसम में बारिश से मंडियों में गेहूं भीग गया औऱ खेतों में खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। दरअसल किसान की गेहूं की फसल या तो पकी खड़ी है या फिर किसान गेहूं को लेकर मंडी में गया है। दोनों जगह ही किसान को मार पड़ रही है।
वहीं हरियाणा में सरकार ने इस पर संज्ञान लिया है और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने अधिकारियों को खराब फसल का आंकलन करने के आदेश दिये हैं। मंत्री की ओर से कहा गया है कि आंकलन के बाद अगर गिरदावरी की जरूरत पड़ी तो वो भी करवाई जायेगी।
सरकार की ओर से खराब फसल का आंकलन करने से थोड़ी राहत किसानों को मिल सकती है। हालांकि किसान को पूरा मुआवजा तो नहीं मिल पाता हां थोड़ी राहत जरूर मिलती है। दरअसल किसान को 5-6 महीने कड़ी मेहनत करने के बाद उम्मीद होती है कि फसल बेच कर वो अपने कर्जों की भरपाई करेगा और दूसरी जरूरतें पूरी करेगा। अगर इस समय बरसात हो जाये तो किसान पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है।