भारत से भगोड़े नीरव मोदी को ब्रिटेन की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। स्कॉटलैंड पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक भारतीय एजेंसियों की शिकायत के आधार पर नीरव मोदी को गिरफ्तार किया गया। नीरव मोदी की बुधवार को ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेशी हुई अब अगली सुनवाई 25 मार्च को होगी। इस दिन भी नीरव मोदी को कोर्टरूम में मौजूद रहना होगा। इससे पहले सोमवार को ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने नीरव मोदी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था। हालांकि गिरफ्तारी के बाद नीरव मोदी के पास जमानत के लिए कोर्ट जाने का विकल्प है. कोर्ट से नीरव को सशर्त जमानत मिल सकती है।
निरव मोदी की करीब 13 महीने पहले 13 हजार करोड़ के पीएनबी स्कैम में भारतीय जांच एजेंसियों को तलाश थी। वो पिछले दिनों लंदन की सड़कों पर अपना लुक बदलकर बेखौफ घूमता दिखा था। हालांकि उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका था। इसके बाद ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया और आखिरकार निरव मोदी को गिरफ्तार कर लिया।
अब आगे क्या……..
अब भारत सरकार ब्रिटेन से नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की कोशिश करेगी। सूत्रों के मुताबिक अब भारत से सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम लंदन के लिए रवाना होगी। इस बीच नीरव मोदी मामले को लेकर CBI और ED की टीम लगातार UK अथॉरिटी और लंदन में मौजूद भारतीय हाई कमीशन के संपर्क में है। प्रत्यर्पण को लेकर बीते दिनों विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि हम इस मामले में कार्यवाही कर रहे हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हमने पिछले साल अगस्त में नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का अनुरोध किया था। हमने ED और CBI से मिली जानकारी के आधार पर प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध किया है। अभी ब्रिटेन की ओर से जवाब आना बाकी है।
दरअसल पिछले साल पंजाब नेशनल बैंक में करीब 13 हजार करोड़ की गड़बड़ी का मामला सामने आया था। नीरव मोदी पर आरोप है कि उसने मामा मेहुल चोकसी के साथ मिलकर धोखे से गारंटी पत्र (एलओयू) हासिल करके पंजाब नेशनल बैंक को करीब 13000 करोड़ रुपए का चूना लगाया। आरोप है कि इन दोनों ने कई फर्जी कंपनियों को बनाया, फर्जी डायरेक्टर को बनाया और बैंक के साथ धोखा किया। नीरव मोदी भारत में हीरों का कारोबार करते थे।