लोकसभा चुनाव है ऐसे में दलबदल हर रोज देखने को मिलेगा। ताजा दलबदल में कांग्रेस और सपा ने बीजेपी में सेंध लगाई है। राहुल गांधी की देहरादून रैली के दौरान उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने देहरादून में राहुल गांधी की रैली में पार्टी की सदस्यता ली। उधर, समाजवादी पार्टी ने इलाहाबाद से भाजपा सांसद श्यामाचरण गुप्ता को बांदा से टिकट दे दिया।
वहीं बीकानेर के भाजपा नेता देवी सिंह भाटी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा ‘मैं बीकानेर के भाजपा सांसद अर्जुन राम मेघवाल की पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते इस्तीफा दे रहा हूं।’ उधर ओडिशा में कांग्रेस विधायक प्रकाश चंद्र बेहरा ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया। असम के भाजपा सांसद राम प्रसाद सरमा ने शनिवार को भाजपा छोड़ी। उन्होंने पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं को दरकिनार करने का आरोप लगाया।
वहीं कर्नाटक में जेडीएस नेता दानिश अली बसपा में शामिल हो गए। अली ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान गठबंधन में अहम भूमिका निभाई थी। इससे पहले शुक्रवार को पूर्व सांसद अरविंद शर्मा बीजेपी में शामिल हुये।
कुल मिलाकर हर रोज दलबदल की खबरें मिलेंगी। जब किसी नेता को मौजूदा पार्टी से टिकट ना मिलने की उम्मीद होती है तो वो फिर दूसरी पार्टी का किनारा कर लेता है। दरअसल नेताओं के लिये कुर्सी सबसे सर्वोपरी है। कुर्सी के लिये पार्टी बदलना और बुरा भला कहना नेताओं के लिये एक मिनट का काम है।