लोकसभा चुनाव 2019 के लिये सभी पार्टियां उम्मीदवारों के नाम को लेकर मंथन कर रही हैं। हरियाणा बीजेपी ने रोहतक में गहन मंथन किया कि सभी 10 सीटों पर कौन कौन से चेहरे उतारे जायें। वहीं हरियाणा में गठबंधन को लेकर अभी भी बातचीत जारी है अभी भी कोशिशें चल रही हैं। बुधवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के एक ट्वीट से हरियाणा की राजनीति में भूचाल सा आ गया। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि हरियाणा में अगर जेजेपी, कांग्रेस और आप इकट्ठे हो जायें तो सभी 10 सीटों पर बीजेपी को हराया जा सकता है। केजरीवाल के इस ट्वीट के बाद हलचल हुई और सभी पार्टियों की ओर से इस पर प्रतिक्रिया आई।
इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर लड़ाई शुरू हो गई। कांग्रेस के नेता कुलदीप बिशनोई ने ट्विटर पर एक हरियाणवी कहावत के जरिये केजरीवाल के ट्वीट का जवाब दिया। कुलदीप ने लिखा कि AAP और JJP के पल्ले कुछ नहीं है। कमजोरी और नाकामी छुपाने के लिये ऐसे फार्मूले दिये जा रहे हैं।
कुलदीप बिश्नोई के इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर आम आदमी पार्टी के हरियाणा अध्यक्ष नवीन जयहिंद का ट्वीट आया। नवीन जयहिंद ने एक नहीं बल्कि दो ट्वीट कर कुलदीप बिश्नोई को जवाब दिया। जयहिंद ने पहले ट्वीट में कुलदीप पर ताना मारा और लिखा कि’बीजेपी में सेटिंग हो गई या नहीं। हम तो चने हैं थारा तो तूड़े का भाव दिया है बताया।’
इसके बाद नवीन जयहिंद ने दूसरा ट्वीट किया जिसमें उन्होनें भी एक हरियाणवी कहावत का जिक्र किया। नवीन ने लिखा कि’छाज तो बोले, छालणी भी कै बोले जिसमें 70 छेद।’
वहीं जननायक जनता पार्टी की ओर से भी केजरीवाल के ट्वीट पर बयान आया। जेजेपी के नेता के सी बांगड़ ने कहा कि जेजेपी ने कभी भी कांग्रेस के साथ गठबंधन का ना तो सोचा है और ना ही सोचेगी। यानि जेजेपी ने केजरीवाल के फार्मूले को ठुकरा दिया।
उधर बीजेपी की ओर से भी केजरीवाल के ट्वीट पर प्रतिक्रिया आई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मन बहलाने के लिये ख्याल अच्छा है। दरअसल केजरीवाल बीजेपी को हराने के लिये कांग्रेस और जेजेपी से हाथ मिलाना चाहते हैं। कांग्रेस ने केजरीवाल के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। एक तरफ केजरीवाल कांग्रेस पर बोल रहे हैं कि दिल्ली में कांग्रेस के उम्मीदवारों की जमानत तक नहीं बचेगी वहीं दूसरी तरफ वो गठबंधन के लिये अभी भी कोशिश कर रहे हैं।
हरियाणा में कांग्रेस तो नहीं, हां आम आदमी पार्टी और जेजेपी का गठबंधन हो सकता है। हालांकि इसको लेकर भी पहले ना हो चुकी है। दोनों पार्टियों की ओर से कहा जा रहा है कि वो अपने दम पर 10 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
चुनावी मौसम है ऐसे में एक दूसरे पर वार – पलटवार और आरोप – प्रत्यारोप को सिलसिला आगे आने वाले दिनों में और ज्यादा देखने को मिलेगा। दरअसल जब गठबंधन हो जाता है तो एक दूसरे के गुण गाये जाते हैं और गठबंधन नहीं हुआ तो फिर एक दूसरे की कमियां भी गिनवाई जाती हैं। खैर जनता भी नेताओं की बयानबाजी का मजा लेती है।
हरियाणा में आने वाले दो – तीन दिन में गठबंधन को लेकर साफ हो जायेगा कि आम आदमी पार्टी और जेजेपी का गठबंधन हो रहा है या नहीं। फिलहाल कोशिश जारी है।