दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की आखिरी संभावना भी खत्म हो गई है। दरअसल सोनिया गांधी और दिल्ली की पूर्व सीएम और प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित के बीच गठबंधन को लेकर आखिरी बार विचार विमर्श किया गया। इस मीटिंग के बाद एक बार फिर शीला दीक्षित ने कहा कि आम आदमी पार्टी के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं हो रहा है।
दरअसल महागठबंधन के कई बड़े नेताओं के कहने पर सोनिया गांधी एक बार फिर विचार करना चाहती थी। सोनिया गांधी ने शीला दीक्षित के साथ गठबंधन होने और ना होने को लेकर नफा नुक्सान पर चर्चा जरूर की होगी। वहीं आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस की ओर से ना होने के बाद कांग्रेस पर जुबानी हमला शुरू कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में एक जनसभा के दौरान कहा कि कांग्रेस अहंकारी पार्टी है और चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जायेगी।
दरअसल दिल्ली में आम आदमी पार्टी की ओर से कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर काफी कोशिश की गई थी। केजरीवाल ने कहा था कि कांग्रेस को कई बार गठबंधन के लिये कहा लेकिन वो तैयार नहीं हैं। इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने कहा था कि कांग्रेस और बीजेपी का गुप्त समझौता हो गया है। आम आदमी पार्टी ना सिर्फ दिल्ली बल्कि हरियाणा और पंजाब में भी कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के पक्ष में थी।
वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस के साथ गठबंधन ना होने की सूरत में अब अकाली दल टकसाली और बसपा से गठबंधन करने जा रही है। इस गठबंधन का एलान कभी भी हो सकता है। आम आदमी पार्टी और अकाली दल टकसाली की तो बातचीत तकरीबन फाइनल है वहीं बसपा के साथ बातचीत जारी है। आम आदमी पार्टी के पंजाब के अध्यक्ष भगवंत मान ने कहा है कि कांग्रेस और अकाली-बीजेपी को छोड़कर बाकि सभी दलों को पंजाब में इकठ्ठे हो जाना चाहिये। हालांकि पंजाब में आम आदमी पार्टी की ओर से पांच उम्मीदवारों का एलान किया जा चुका है।
वहीं हरियाणा में जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन ना होने की सूरत में अब आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हालांकि अभी भी जेजेपी के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत जारी है। पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिये आवेदन मांगे हैं।