भारत के विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान को आतंकवादी संगठनों और सीमा पार से घुसपैठ पर कार्रवाई करनी होगी। सिर्फ नया पाकिस्तान कहने से काम नहीं चलेगा। पाकिस्तान की तरफ से कार्रवाई होनी चाहिये सिर्फ बातचीत नहीं। ऐसा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार की ओर से कहा गया है।
दरअसल जब से पुलवामा हमला हुआ है तब से ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कहते आ रहे हैं कि वो अपने देश में आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देते। वो क्यों चाहेंगे कि उनकी छवि खराब हो। इमरान खान कहते हैं कि भारत हमें सबूत दे तो वो कार्रवाई करेंगे। इमरान खान कहते हैं कि वो नया पाकिस्तान यानी प्रगतिशील देश के रूप में देखना चाहते हैं।
जब भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभीनंदन को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने छोड़ने का एलान किया था तब भी इमरान ने कहा था कि वो शांति के लिये ऐसा कर रहे हैं। पाकिस्तान शांति चाहता है। वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि एक तरफ आप कहते हैं कि आप शांति चाहते हैं वहीं दूसरी तरफ आप जैश-ए-मोहम्मद की तरफदारी कर रहे हैं। पुलवामा हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी लेकिन पाकिस्तान के विदेश मंत्री कहते हैं कि पुलवामा हमले में जैश का हाथ नहीं है। पाक के विदेश मंत्री कहते हैं कि जैश ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हम साफ करना चाहते हैं कि करतारपुर कॉरिडोर पर बात करने का मतलब ये नहीं है कि दोनों देशों के बीच बातचीत फिर से शुरू हो सकती है। करतारपुर कॉरिडोर भारत के लोगों और सिखों की भावनाओं से जुड़ा मामला है। वहीं रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत के दूसरे विमान को भी उन्होनें मार गिराया और उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी उसके पास है, अगर ऐसा है तो वो उसे जारी क्यों नहीं करते। दरअसल भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है कि सिर्फ बात कहने से काम नहीं चलेगा कार्रवाई करके दिखानी होगी।