पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी संगठनों को लेकर संसद में विरोधियों के निशाने पर आ गये हैं। पाकिस्तान की संसद में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी यानी पीपीपी के अध्यक्ष और बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो जरदारी ने इमरान खान पर निशाना साधा। बिलावल ने कहा कि ये कैसे मुमकिन हो जाता है कि निर्वाचित प्रधानमंत्रियों को फांसी पर चढ़ा दिया जाता है, लेकिन संदिग्ध और आरोपी संगठनों पर पाबंदी नहीं लगाई जा सकती है। उन्होनें कहा कि क्या इस तरह की कार्रवाई सिर्फ विपक्ष के खिलाफ ही होती है।
दरअसल आतंकवादी संगठनों के खिलाफ ठोस कार्रवाई ना करने को लेकर पाकिस्तान हमेशा आलोचना का शिकार रहा है। एक तरफ भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करने में लगा है और पाकिस्तान पर दबाव बनाकर आतंकवादी संगठनों पर पाकिस्तान को कार्रवाई के लिये मजबूर कर रहा है वहीं पाकिस्तान के भीतर विपक्षी पार्टीयां भी अब कहने लगी हैं कि जब राजनेताओं पर कार्रवाई हो सकती है तो फिर आरोपी संगठनों पर क्यों नहीं।
हालांकि अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते दो दिन पहले ही पाकिस्तान ने 44 आतंकवादियों को हिरासत में लेकर जांच करने की बात कही है। वहीं पाकिस्तान के विदेश मंंत्री कहते हैं कि जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर बिमार हैं। उधर पाकिस्तान की सेना का कहना है कि जैश-ए-मोहम्मद का पाकिस्तान में कोई वजूद ही नहीं है।
बिलावल भुट्टो ने एक तरफ तो इमरान सरकार को आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई ना करने को लेकर हमला बोला है वहीं कुछ दिन पहले जब इमरान खान ने भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ने का एलान किया था तो बिलावल भुट्टोें ने सरकार के उस कदम को विरोध किया था।