हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने युवाओं से आहवान किया है कि वे राष्ट्रीय कैडेट कोर व राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रशिक्षण अवश्य प्राप्त करें ताकि वे अनुशासित युवा बनकर कुशल नेतृत्व प्रदान करने मे सक्षम हों।
राज्यपाल बुधवार को राजभवन में एन.सी.सी. व एन.एस.एस के कैडेट्स व स्वयंसेवियों के सम्मान में आयोजित समारोह में बोल रहे थे। इस समारोह में एन.सी.सी. के उन सभी 27 कैडेट्स को सम्मानित किया गया जिन्होंने 26 जनवरी 2019 को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में आयोजित परेड व प्रधानमंत्री रैली में भाग लिया था।
राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने बुधवार को राजभवन में आयोजित समारोह में एन.सी.सी. व एन.एस.एस के कैडेट्स व स्वयंसेवियों के सम्मान समारोह में हिस्सा लिया। इस समारोह में एन.सी.सी. के उन सभी 27 कैडेट्स को सम्मानित किया गया जिन्होंने 26 जनवरी 2019 को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में आयोजित परेड व प्रधानमंत्री रैली में भाग लिया था। इन में आठ गल्र्स कैडेट्स भी शामिल थी। हरियाणा की एन.सी.सी. की इस टुकड़ी ने लगातार चौथे वर्ष परेड में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसी तरह से एन.एस.एस के आठ स्वयंसेवी को सम्मानित किया गया। जिनमें चार गल्र्स स्वयंसेवी शामिल है। उन्होंने कैडेट्स व स्वयंसेवियों को स्मृति चिन्ह के साथ-साथ 11-11 हजार रूपए की राशि का चैक प्रदान किया। उन्होंने यह भी कहा कि कैडेटों के सम्मान में अगले वर्ष इस राशि को बढ़ाकर 21 हजार किया जाएगा। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर एन.सी.सी.का आदर्श ‘एकता एवं अनुशासन’ है।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा ने हरियाणा को देश का सबसे बहादुर राज्य बताते हुए कहा कि क्षेत्रफल में हरियाणा देश का दो प्रतिशत भू-भाग है, जबकि भारतीय सेना में हरियाणा के 10.8 प्रतिशत जवान देश की सेवा कर रहे है। उन्होंने कहा कि जब-जब भी दुश्मन ने देश पर आक्रमण किया है, हरियाणा के वीर-जवानों ने डटकर मुकाबला किया है। आज पूरा देश उनकी वीरता का गान कर रहा है। आज जरूरत है कि देश का युवा वर्ग ऐसे जांबाजों के कारनामों से सीख लेकर देश सेवा के लिए आगे आएं।