इमरान खान ने खुद ट्वीट कर कहा है कि नोबल शांति पुरस्कार के लिये वो काबिल नहीं हैं। इमरान ने कहा कि इस पुरस्कार के लिये वो काबिल हो सकता है जो कश्मीर की समस्या का हल निकाले। इमरान ने कहा कि कश्मीर की समस्या का हल कश्मीरियों की इच्छा के अनुसार जो निकाल सकता है वो नोबल शांति पुरस्कार का हकदार है। इमरान ने कहा कि कश्मीर में शांति और लोगों की तरक्की के लिये जो काम करेगा वो नोबल शांति पुरस्कार के लिये योग्य हो सकता है।
दरअसल भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा करने के इमरान के फैसले के बाद पाकिस्तान की संसद में इमरान खान को नोबल शांति पुरस्कार देने के लिये एक प्रस्ताव पेश किया गया। इमरान खान की सरकार में सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने शनिवार को निचले सदन नेशनल असेंबली में ये प्रस्ताव रखा। इस पर विचार होना है लेकिन उससे पहले ही इमरान खान ने कहा कि वो इस पुरस्कार के योग्य नहीं है।
भारत की ओर से बालाकोट पर हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से किये गये हवाई हमले का पीछा करते हुये अभिनंदन ने पाकिस्तान के एफ-16 को मार गिराया था लेकिन इस दौरान उनका मिग-21 भी गिर गया जिसके बाद अभिनंदन पैराशूट से नीचे उतरे और वो पाकिस्तान में जा गिरे। जिसके बाद वहां के स्थानीय लोगों की ओर से अभिनंदन के साथ मारपीट की गई। बाद मेें पाकिस्तान की सेना अभिनंदन को साथ ले गई। जिसके बाद पूरी दुनिया को पता चला कि अभिनंदन पाकिस्तान की हिरासत में है तो इमरान खान ने पाकिस्तान की संसद में अभिनंदन को रिहा करने का एलान किया।
पाकिस्तान की संसद में इमरान खान को नोबल शांति पुरस्कार देने को लेकर प्रस्ताव के पास होने की पूरी उम्मीद है क्योंकि इमरान की सरकार का बहुमत है। अभिनंदन की रिहाई के बाद पाकिस्तान की संसद मे मांग उठी और ये प्रस्ताव पेश किया गया। हालांकि प्रस्ताव पास हो उससे पहले ही इमरान खान ने ट्वीट कर इस पुरस्कार के लिये अपने आप को अयोग्य ठहराया है। वहीं इमरान ने कहा है कि कश्मीर में जो शांति स्थापित करेगा उसको ये पुरस्कार मिलना चाहिये।