भारत की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट पर हवाई हमले में मारे गये आतंकियों के बारे में पहली बार बीजेपी की ओर किसी बड़े नेता ने आंकड़ों का एलान किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अहमदाबाद में इतवार को बड़ा दावा करते हुये बोला कि बालाकोट पर हमले में 250 से ज्यादा आतंकी मारे गये हैं।
अमित शाह के बाद इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। दरअसल अभी तक ना तो सरकार की ओर से और ना ही सेना की ओर से मारे गये आतंकियों के आंकड़े को लेकर एलान किया गया है। सेना ने भी कहा था कि हमने अपने टारगेट को तो पूरा किया लेकिन मारे गये आंकड़ों के बारे में सरकार ही बता सकती है। वहीं सरकार की ओर से अभी तक इस बारे में खुलासा नहीं किया गया है। हालांकि मोदी सरकार में मंत्री एस एस आहलूवालिया ने कहा कि पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक का मकसद महज संदेश देना था, ना कि जान लेना। इसको लेकर भी सरकार पर सवाल उठाये जा रहे हैं।
अब सवाल ये भी खड़ा होता है कि जब एक मंत्री कह रहा है कि एयर स्ट्राइक का मकसद जान लेना नहीं था वहीं दूसरी ओर अमित शाह कैसे कह रहे हैं। अमित शाह ने ये दावा क्यों किया। अमित शाह के दावे से पहले अगर सरकार या सेना ऐसा दावा करती तो ठीक था लेकिन अमित शाह किस आधार पर दावा कर रहे हैं और वो भी ऐसे में जब अंतरराष्ट्रीय मीडिया ये दावा कर रहा है कि वहां कोई भी नहीं मारा गया है।
दरअसल पंश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने ममता बनर्जी ने सबूतों को लेकर सवाल किया था उसके बाद कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने भी ऐसा ही सवाल किया था जिसको लेकर प्रधानमंत्री ने इतवार को पटना की रैली में कहा था कि विपक्ष सबूत मांग रहा है। दरअसल सभी पार्टीयां कह रही थी कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिये लेकिन पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट पर हमले को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है।