हरियाणा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने सरकार की ओर से पेश किये गये बजट को आंकड़ों की बाजीगरी के साथ जनता को भ्रमाने वाला बताया। अभय ने कहा कि ये कागजी बजट है जो धरातल पर कहीं नजर नहीं आता। उन्होंने बजट में कृषि क्षेत्र की उपेक्षा करने और प्रदेश पर कर्ज का बोझ बढ़ाने के लिए वित्तमंत्री और भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की।
नेता विपक्ष ने कहा कि इस बजट में प्रदेश पर लगभग 1 लाख 80 हजार करोड़ का कर्ज दिखाया जो पिछले वर्ष के मुकाबले ये 19 हजार करोड़ बढ़ा है। हकीकत यह है कि इस कर्ज का लगभग 1 लाख 9 हजार करोड़ भाजपा सरकार के 5 साल के कार्यकाल में ही बढ़ा है। उन्होंने कहा कि आंकड़ों को तोड़- मरोड़ कर पेश किया गया है जबकि सच्चाई वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए आंकड़ों से अलग है।
अभय सिंह चौटाला ने ये भी कहा कि जहां एक ओर तो केंद्र की सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात कहती है वहीं प्रदेश की भाजपा सरकार कृषि क्षेत्र के पूंजीगत खर्चे में 22 करोड़ रुपए की कटौती करती है। भाजपा सरकार की प्राथमिकता में देश व प्रदेश का किसान है, यह केवल झलावा है। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले साल 2018-19 के बजट में कृषि क्षेत्र के पूंजीगत खर्चे पर 70 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान था जो इस बजट में घटाकर केवल 48 करोड़ कर दिया है वहीं पिछले साल कृषि क्षेत्र के लिए कुल बजट में 12.22 प्रतिशत का प्रावधान किया गया था जो इस बार कम कर 10.31 प्रतिशत कर दिया गया है।
शिक्षा के बजट में की गई कटौती पर भी नेता विपक्ष ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में लगभग 40 हजार पद रिक्त पड़े हुए हैं। उन पदों को भरने का प्रावधान करने की बजाए सरकार ने मौजूदा बजट में शिक्षा क्षेत्र पर खर्च किए जाने वाले मदों में ही कटौती कर दी है। जहां इस साल शिक्षा का बजट 1.31 प्रतिशत घटा दिया है वहीं स्वास्थ्य और समाज कल्याण के मदों को भी 4.14 प्रतिशत से 3.81 और 5.87 से घटाकर 4.63 प्रतिशत कर दिया है।
आखिर में अभय चौटाला ने दावा किया कि हांसी मे होने वाली 1 मार्च की रैली हरियाणा के इतिहास की सबसे बड़ी रैली होगी। दरअसल इनेलो ने एक मार्च को हांसी में रैली रखी है और उसमें इनेलो सुप्रीमों ओमप्रकाश चौटाला के पहुंचने की संभावना है।