पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुये जवानों के परिवारों की सहायता के लिये हाथ आगे बढ़ रहे हैं। ऐसा होना भी चाहिये , दरअसल जब जवान शहीद होता है तो उसके बाद परिवार पर क्या बीतती है या आगे की जिंदगी कैसे गुजरती है ये सिर्फ शहीद के परिवार वाले ही जानते हैं। पुलवामा में शहीद हुये जवानों के बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने की इच्छा क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने की है। वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट कर ये इच्छा जताई है। दरअसल सहवाग का झज्जर के पास खुद का स्कूल और क्रिकेट अकादमी है।
वहीं बॉक्सर विजेंदर सिंह ने अपना एक महीने का वेतन शहीदों के परिवारों को देने की बात कही है। विजेंदर सिंह ने भी ट्वीट कर कहा कि ये समय शहीदों के परिवारों के साथ खड़े होने का है। विजेंदर सिंह फिलहाल हरियाणा पुलिस में डीएसपी के पद पर तैनात हैं।
वहीं पंजाबी फिल्मों में अभिनेता एमी विर्क और रणजीत बावा ने पंजाब के चार शहीद जवानों के परिवारों को 2.50-2.50 लाख रूपया देने का एलान किया है। ये दोनों पंजाबी फिल्म और म्यूजिक इंडस्ट्री में गायक और अभिनेता हैं।
इसके अलावा राज्यों की सरकारें और कई और लोग भी शहीदों के परिवारों के सहयोग के लिये आगे आ रहे हैं। कई राज्यों की सरकारों ने 12 लाख तो कोई 20-25 लाख रूपया शहीद के परिवारों को देने का एलान किया है। दरअसल ये समय शहीद के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का है। सीआरपीएफ में या तो किसान का बेटा या किसी गरीब या मजदूर का बेटा देश की सेवा के लिये भर्ती होता है। ऐसे में केंद्र की सरकार और राज्य की सरकार दोनों को शहीद के परिवार की मदद के लिये आगे आना चाहिये। शहीद के परिवारों की जितनी मदद की जाये उतनी कम है। देश चैन की नींद ले इसके लिये हमारे बहादुर जवान अपनी जान की बाजी लगा देते हैं। ऐसे में देशवासियों का भी फर्ज बनता है कि जवानों को फुल इज्जत दी जाये और शहीद के परिवारों की सहायता की जाये।