हरियाणा में इनेलो को फिर से ट्रैक पर लाने के लिये इनेलो सुप्रीमों ओमप्रकाश चौटाला हर संभव कोशिश कर रहे हैं। चौटाला पूरे प्रदेश में जनसभाएं कर रहे हैं। इनेलो ने ‘इनसो’ की तरह ‘आईएसओ’ का गठन किया है। इसके अलावा इनेलो ने रैली का भा एलान कर दिया है।
लोकसभा चुनावों के मद्देनजर इनेलो हांसी से 1 मार्च को प्रस्तावित रैली से चुनावों का शंखनाद करेगी। अभय सिंह चौटाला और इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि पार्टी सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला स्वयं हांसी रैली से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरूआत करेंगे। नेता विपक्ष ने दावा किया कि हांसी की रैली प्रदेश में हुई अब तक की सभी रैलियों का रिकार्ड तोड़ेगी।
वहीं दूसरी तरह इंडियन नेशनल लोकदल सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला की मौजूदगी में पार्टी के युवा नेता कर्ण चौटाला और युवा प्रदेशाध्यक्ष जस्सी पेटवाड़ ने इनेलो की छात्र इकाई आईएनएलडी छात्र संगठन ‘आईएसओ’ की घोषणा की। छात्र संगठन के बैनर का अनावरण पार्टी सुप्रीमो चौटाला ने किया। अर्जुन चौटाला इस इकाई के राष्ट्रीय प्रभारी होंगे और प्रदेश की कमान रामबीर सिंह बडाला को सौंपी गई है।

हांसी में क्या बोले ओमप्रकाश चौटाला…………
आईएसओ के गठन के मौके पर चौटाला ने कहा कि ‘संगठन की मजबूती और सरकारों को बनाने में युवाओं का हमेशा विशेष योगदान रहा है। उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि 1977 और 1989 की तरह देश के सभी विपक्षी दलों में कोई भी ऐसा कद्दावर नेता नहीं है जिसका व्यक्तिव व नेतृत्व सभी छोटे-बड़े दलों को एक सूत्र में बांधकर जनविरोधी सरकारों को उखाड़ सके।’
चौटाला ने कहा कि ‘उनकी गैरहाजरी में कार्यकर्ताओं ने संगठन को पहले से भी मजबूत बनाया है जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इनेलो जननायक देवीलाल के संघर्ष से बनी पार्टी है और वह उसे उनके सिद्धांतों के अनुरूप ही चला रहे हैं लेकिन उनके लगाए पौधे के फल कुछ लुटेरे खा रहे हैं। जिन्होंने अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए देश व प्रदेश के लोगों के हितों को दांव पर लगा रहे हैं। इनेलो सुप्रीमो ने यह भी दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनावों में इनेेलो की जीत होगी। उन्होंने कहा कि वो युवाओं को नौकरियां देने की वजह से जेल में हैं लेकिन इस बार भी सरकार बनने पर वो हर पढ़े-लिखे युवा को काबिलियत के आधार पर नौकरी देंगे चाहे उन्हें फांसी क्यों न हो जाए। इसके साथ ही सरकार बनने पर बुजुर्गों को प्रतिदिन सौ रुपए सम्मान के तौर पर तीन हजार रुपए पैंशन भी देंगे।’
तो ओमप्रकाश चौटाला जहां भी जा रहे हैं वो तकरीबन एक जैसा हर जगह बोल रहे हैं। चौटाला के दिल में दर्द भी है कि पार्टी दोफाड़ हो गई है। जब उनसे इस बाबत सवाल किया जाता है तो वो चाहकर भी कुछ खास नहीं बोल पाते। हालांकि चौटाला की पूरी कोशिश है कि पार्टी के दोफाड़ और जींद चुनाव के नतीजों के बाद जो कार्यकर्ता मायूस हैं उनमें जोश भरा जाये। पार्टी की कोशिश रहेगी कि 1 मार्च को एलान की गई हांसी की रैली को कामयाब किया जाये।
इनसो की तरह अब इनेलो का अपना विधार्थी विंग होगा आईएसओ। इनेलो में रहते हुये इनसो को दिग्विजय चौटाला ने अच्छी पोजीशन पर पहुंचा दिया था। अब देखना होगा अर्जुन चौटाला ‘आईएसओ’ को किस लेवल तक लेकर जाते हैं।