लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सभी पार्टियों की ओर से उम्मीदवारों की तलाश तेज हो गई है। वहीं चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं ने भी इसके लिये तैयारी शुरू कर दी है और टिकट को लेकर दावेदारी पेश की जा रही है। पंजाब की फिरोजपुर लोकसभा सीट से युवा कांग्रेस नेता और ऑल इंडिया यूथ कांग्रेस के सचिव गुरभेज सिंह टिब्बी ने दावेदारी जताई है। टिब्बी ने चंडीगढ़ में पंजाब कांग्रेस के दफ्तर में पंजाब कांग्रेस के महासचिव और सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के ओएसडी कैप्टन संदीप सिंह से मिलकर टिकट के लिये अप्लाई किया।
टिकट अप्लाई के बाद गुरभेज सिंह टिब्बी ने कहा कि वो करीब 20 सालों से कांग्रेस में रहकर सेवा कर रहे हैं। उन्होनें कहा कि फिरोजपुर लोकसभा में कंबोज समुदाय के काफी वोट हैं और वो खुद कंबोज समुदाय से संबंध रखते हैं। अगर पार्टी इस बार उन्हें मौका देती है तो वो ये सीट कांग्रेस के खाते में डाल सकते हैं।
कौन हैं गुरभेज सिंह टिब्बी
गुरभेज सिंह टिब्बी फिरोजपुर जिला के गांव टिब्बी के एक साधारण परिवार से संबंध रखते हैं। कॉलेज के दिनों में वो प्रधानगी से लेकर अब यूथ कांग्रेस के सचिव के पद तक पहुंचे हैं। साल 2001 से वो कांग्रेस में काम कर रहे हैं और शुरूआत ब्लॉक लेवल में महासचिव के पद से की उसके बाद जिला लेवल पर वो यूथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने। फिलहाल गुरभेज सिंह टिब्बी ऑल इंडिया यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हैं और उनके पास मध्यप्रदेश और गुजरात जैसे दो बड़े राज्यों का कार्यभार है। टिब्बी राजनीति के अलावा कई सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़े हैं। टिब्बी शहीद उधम सिंह के नाम से जुड़ी कई संस्थाओं में किसी ना किसी पद पर हैं। टिब्बी ऑल इंडिया यूथ कंबोज महासभा के इंचार्ज हैं इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय यूथ सर्व कंबोज समाज के वो अध्यक्ष हैं।
फिरोजपुर लोकसभा से दावेदारी क्यों
फिरोजपुर लोकसभा क्षेत्र मे 3 लाख के करीब कंबोज बिरादरी बैठी है और अगर किसी कंबोज को यहां से उम्मीदवार बनाया जाता है तो इस समुदाय का एकमुश्त वोट उस उम्मीदवार को मिल सकता है। टिब्बी का कहना है कि पूरे देश में करीब 24 सीटों पर कंबोज बिरादरी का वोटबैंक है। टिब्बी ने कहा कि वैसे तो इस समुदाय को 2-3 लोकसभा की सीटें मिलनी चाहिये। टिब्बी का ना सिर्फ कंबोज बिरादरी में बल्कि युवाओं में भी खासा प्रभाव है इसलिये गुरभेज सिंह टिब्बी फिरोजपुर सीट से दावेदारी जता रहे हैं।
दरअसल कांग्रेस की ओर से लोकसभा चुनाव के लिये उम्मीदवारों से एप्लीकेशन ली जा रही हैं। अगर बात फिरोजपुर लोकसभा की करें तो प्रदेश सरकार में मौजूदा मंत्री राणा सोढ़ी भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। वहीं लंबे समय से ये सीट कांग्रेस नहीं जीत पाई है हालांकि कई दिग्गज नेता यहां से चुनाव लड़ चुके हैं। राहुल गांधी इस लोकसभा चुनाव में काफी तादाद में युवाओं को मौका दे सकते हैं। देखना होगा कि कांग्रेस की ओर से इस सीट पर किसी युवा को मौका मिल पायेगा या नहीं।