जींद उपचुनाव में मिली जीत के बाद बीजेपी काफी जोश में नजर आ रही है और हरियाणा विधानसभा के चुनाव लोकसभा के साथ करवाने को लेकर तैयार है। इस बारे में हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी संकेत दिये हैं। इस सवाल पर जब मुख्यमंत्री से पूछा गया तो उन्होनें मना भी नहीं किया। वहीं अंबाला से सांसद रतनलाल कटारिया ने कहा कि हम दोनों चुनावों के लिए तैयार हैं। कटारिया ने कहा कि 3 फरवरी को भाजपा कोर कमेटी की बैठक में इस पर निर्णय किया जा सकता है।
दरअसल जींद के चुनाव में बीजेपी ने पहली बार इस विधानसभा से जीत हासिल की है। जींद को हरियाणा की राजनीतिक राजधानी भी कहा जाता है। बीजेपी इस बात से भी उत्साहित है कि उनके उम्मीदवार ने रणदीप सुरजेवाला और दिग्विजय चौटाला जैसे धुरंधर उम्मीदवारों के मुकाबले जीत हासिल की। बीजेपी इस जोश को बनाये रखना चाहती है। हरियाणा बीजेपी के नेताओं को भी लगता है कि अगर चुनाव इक्कठे हुये तो उन्हें पीएम मोदी के नाम का भी फायदा मिल सकता है।
जींद चुनाव में मिली जीत के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कद भी बढ़ा है। बीजेपी हाईकमान खट्टर से खुश है। पीएम मोदी ने जींद चुनाव में मिली जीत के बाद बधाई भी दी थी। इससे लगता है कि खट्टर भी चाहते हैं कि विधानसभा के चुनाव लोकसभा के साथ ही करवा लिये जायें। ख़बर तो ये भी है कि 27 फरवरी को हरियाणा की विधानसभा को भंग किया जा सकता है।
अगर लोकसभा – विधानसभा के चुनाव इक्कठे हुये तो क्या बीजेपी को होगा फायदा
अब सवाल ये है कि अगर दोनों चुनाव इक्कठे होते हैं तो हरियाणा बीजेपी को फायदा मिलेगा या नुक्सान होगा। दोनों चुनाव इक्कठे होते हैं तो बीजेपी को फायदा मिल सकता है। अभी जींद का उपचुनाव भी जीता है और केंद्र सरकार की ओर से अंतरिम बजट भी पेश किया गया है जिसमें कई लोकलुभावन घोषनाएं की गई हैं।