जींद के उपचुनाव में आखिरकार बीजेपी ने बाजी मार ली है। बीजेपी ने एक बड़ी जीत दर्ज की है। वहीं नई बनी पार्टी जेजेपी दूसरे नंबर पर तो कांग्रेस तीसरे स्थान पर चली गई। मतदान के बाद से ही लग रहा था कि मुकाबला बीजेपी और जेजेपी के बीच होगा। कांग्रेस मतदान के दो-तीन दिन पहले तक तो तिकोने मुकाबले में थी लेकिन उसके बाद उसका ग्राफ नीचे चला गया।
जींद के चुनाव में कृष्ण मिढ़ा विजयी हुये , इससे पहले उनके पिता हरिचंद मिढ़ा लगातार दो बार यहां से चुनाव जीते थे। हालांकि हरिचंद मिढ़ा इनेलो की ओर से चुनाव जीते थे। वहीं इस चुनाव से थोड़ा समय पहले ही कृष्ण मिढ़ा बीजेपी में शामिल हुये थे। इस चुनाव में खास बात ये रही कि इनेलो और जेजेपी आपस में ही उलझे रहे। वो एक दूसरे पर वीडियो से हमला करते रहे।
इस चुनाव में लग रहा था कि जेजेपी कुछ कमाल कर सकती है। गांवों से लग रहा था कि जेजेपी को काफी वोट मिलने वाले हैं अगर वो दस हजार के करीब शहर से ले गई तो जीत सकती है । जेजेपी को नुक्सान गांवों से हुआ है जितनी लीड जेजेपी को गांवों से मिल सकता था वो नहीं मिल सका।
इस चुनाव के नतीजों का आगामी लोकसभा और विधानसभा के चुनावों पर भी असर होगा। सभी पार्टियां इसे सेमीफाईनल ही मान कर चल रही थी। कांग्रेस और जेजेपी ने अपने सबसे धुरंधर उम्मीदवार को मैदान में उतारा लेकिन वो सत्ता में मौजूद पार्टी का मुकाबला करने में चूक गये।