जींद चुनाव के परिणाम के बाद हरियाणा प्रदेश कांग्रेस में बदलाव की संभावनाएं हैं लेकिन उससे पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिहं हुड्डा धड़े से जुड़े विधायकों ने प्रदेश के नेतृत्व को बदलने की मांग की है। दिल्ली में हरियाणा के नये बने प्रभारी गुलाम नबी आजाद से इन विधायकों ने मुलाकात की। इस मुलाकात में प्रदेश नेतृत्व में बदलाव को लेकर प्रभारी से कहा गया। सूत्रों के हवाले से ख़बर ये है कि विधायकों ने आजाद से कहा कि अगर प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता में वापस लाना है तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कमान सौंपना जरूरी है।
आजाद के साथ मुलाकात में विधायक शकुंतला खटक, गीता भुक्कल, जयवीर बाल्मीकि, जयतीर्थ दहिया, करण दलाल, कुलदीप शर्मा और ललित नागर समेत 12 विधायक मौजूद रहे। ये विधायक गुलाम नबी आजाद को हरियाणा का प्रभारी बनाये जाने पर शुभकामनाएं देने के लिये पहुंचे थे। मौका जरूर शुभकामनाएं देने का था लेकिन कांग्रेसी विधायक इसका फायदा भी उठाना चाहते थे। दरअसल इससे पहले भी कई बार हुड्डा गुट की ओर से हाईकमान को प्रदेश का नेतृत्व बदलने को लेकर गुहार लगाई गई है लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब ऐसा लग रहा है कि अगर जींद के चुनाव में नतीजे कांग्रेस के पक्ष में ना रहे तो प्रदेश अध्यक्ष को बदला जा सकता है।
हरियाणा के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर का कार्यकाल तो बहुत समय पहले ही खत्म हो गया था लेकिन हाईकमान की ओर से उनको नहीं बदला गया। हालांकि कई बार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने और उसके सहयोगी विधायकों ने मीडिया के सामने और हाईकमान के सामने कहा है कि प्रदेश नेतृ्त्व सही से काम नहीं कर रहा है इसलिये उनको बदला जाना चाहिये। अब माना जा रहा है कि नये प्रभारी गुलाम नबी आजाद जो कि हुड्डा के अच्छे मित्र हैं उनकी नियुक्ति के बाद हुड्डा गुट को तवज्जो मिल सकती है।